PM Awas Yojana : कोई पालिका के चक्कर लगा रहा है तो कोई पहली किस्त के बाद दूसरी किस्त के लिए भटक रहा
भले ही सरकार पीएम आवासीय योजना के तहत लोगों को रहने के लिए आवास के लिए बजट देने के लिए दावा करती हो लेकिन हकीकत कुछ और ही है। किसी शायर ने कहा है तुम्हारी राह में मिट्टी के घर नहीं आते इसीलिए तो तुम्हें हम नजर नहीं आते ।
अलीगढ़, जागरण संवाददाता। भले ही सरकार पीएम आवासीय योजना के तहत लोगों को रहने के लिए आवास बनाने के लिए पर्याप्त बजट देने के लिए दावा करती हो, लेकिन हकीकत कुछ और ही है। किसी शायर ने कहा है 'तुम्हारी राह में मिट्टी के घर नहीं आते, इसीलिए तो तुम्हें हम नजर नहीं आते' । शायर की ये पंक्तियां अपने आशियाने की आस में आधी जिंदगी होम कर चुके गरीबों के दर्द को बयां करने के लिए काफी हैं। मगर इसे उन्हीं की जुबां में बयां करें जो इसके जिम्मेदार हैं ।
लोगों को नहीं मिल रहा योजनाओं का लाभ
आलम यह है कि शासन द्वारा चलाई जा रहीं गरीबों के उत्थान के लिए तमाम योजनाओं का लाभ उन्हें नहीं मिल रहा। कस्बा के लोगों ने पीएम आवास के तहत अनेक लोगों ने आवेदन जमा कराये थे, लेकिन कई वार्ड के लोगों को आज तक आवास के लिए एक फूटी कौड़ी तक नही मिली है। सबसे बड़ी हैरानी की बात यह है कि दो साल का अरसा बीत जाने के बाद आज भी आवासीय योजना के तहत लोगों के केवल फाइल पूरी करवाने के लिए कागज मांगे जा रहे हैं। वहीं अनेक लोगों को आज तक भी पता नही कि उन्होंने जो फाइल जमा की थी। वह उनकी फाइल रिजेक्ट हो चुकी है या पास हो गई है।
अधिकारियों की चौखट पर भटक रहे लाभार्थी
दूसरी तरफ इसी मांग को लेकर कस्बा के पुरूष एवं महिला डूडा के कर्मचारियों एवं पालिका ईओ संदीप सक्सेना के चक्कर लगा रहे हैं। जांच के नाम पर डूडा के कर्मचारियों द्वारा फाइल पास करने के नाम पर सुविधा शुल्क मांगी जा रही है। कुछ ऐसे लोग पालिका के चक्कर लगा रहे हैं। जिनका मकान का आवेदन पास हो गया। पहली किस्त के बाद दूसरी किस्त ही नही आयी है। ईओ संदीप सक्सेना ने बताया कि डूडा के कर्मचारियों को बुलाकर पात्र गरीब लोगों की सूची तैयार की जाएगी और सोमवार को समस्या का समाधान कराया जाएगा कस्बा में कुछ अपात्र लोगों को सूची में पात्र रखा गया है। ऐसे लोगों की स्वंय जांच करूंगा। दोषी पाये जाने पर कार्यवाही होगी।