गर्मी में बढ़ने लगे त्वचा रोगी, डाक्टर दे रहे धूप व पसीने से बचाव की सलाह Aligarh news
गर्मी का मौसम आते ही बैक्टीरिया व संक्रमक बीमारियां पनपनी शुरू हो गई हैं। सरकारी व निजी चिकित्सकों के यहां उल्टी-दस्त डायरिया पीलिया ही नहीं त्वचा रोगियों की संख्या भी बढ़ गई है। ओपीडी में दाद खाज खुजली एलर्जी सोरायसिस व अन्य त्वचा रोगियों की भीड़ लगने लगी है।
अलीगढ़, जेएनएन । गर्मी का मौसम आते ही बैक्टीरिया व संक्रमक बीमारियां पनपनी शुरू हो गई हैं। सरकारी व निजी चिकित्सकों के यहां उल्टी-दस्त, डायरिया, पीलिया ही नहीं, त्वचा रोगियों की संख्या भी बढ़ गई है। ओपीडी में दाद, खाज, खुजली, एलर्जी, सोरायसिस व अन्य त्वचा रोगियों की भीड़ लगने लगी है। डाक्टर सभी को उपचार के साथ धूप व पसीने से बचाव करने की सलाह दे रहे हैं। स्वच्छता का ध्यान रखने के लिए भी प्रेरित कर रहे हैं।
जिला अस्पताल में मार्च-अप्रैल में जहां पहले ओपीडी में 100-120 त्वचा रोगी आते थे, वहीं जून में यहा संख्या 150 तक पहुंच गई है। उमस के साथ त्वचा रोगियों की संख्या में और इजाफा हो रहा है। त्वचा रोग, दाद, खाज, खुजली, बाल झड़ने, शरीर के संवेदनशील अंगों में संक्रमण जैसी कई दिक्कतें नजर आती हैं। समय पर ध्यान नहीं देने और बिना चिकित्सकीय परामर्श के दवाएं लेने की वजह से परेशानी और बढ़ रही। निजी चिकित्सक भी मरीजों को उपचार के साथ बीमारियों से बचाव की सलाह दे रहे हैं।
धूप और पसीने से समस्या
वरिष्ठ त्वचा रोग विशेषज्ञ डा. महेश वार्ष्णेय ने बताया कि बदलता मौसम त्वचा के लिए नुकसानदायक है। इस मौसम में धूप से बचें। त्वचा के संक्रमण होने की आशंका इस मौसम में बढ़ जाती है। वहीं, पसीने से संक्रमण बढ़ जाता है। गर्मी में त्वचा की देखभाल के लिए किसी भी तरह की लापरवाही न बरतें। बिना विशेषज्ञ की सलाह लिए बिना त्वचा रोग को लेकर दवाई न लें। नारियल का तेल इस्तेमाल करें। बच्चों के शरीर पर कोई दाग, लाल दाने होने पर किसी भी तरह की क्रीम का प्रयोग न करें।