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अलीगढ़ में सिक्सलेन का काम नहीं हो सका शुरू, जानेंं क्‍या है वजह

अलीगढ़ तक हाईवे का निर्माण किया गया है। गभाना में हाईवे को बाईपास के माध्यम से बाहर से निकाला गया है। शहर के बीचों-बीच से निकल रही सड़क पुरानी जीटी रोड के नाम से जानी जाती है। हाईवे के फोरलेन होने से लाेगों को काफी सुविधा होने लगी।

By Sandeep Kumar SaxenaEdited By: Published: Fri, 28 Jan 2022 06:09 PM (IST)Updated: Fri, 28 Jan 2022 06:09 PM (IST)
अलीगढ़ में सिक्सलेन का काम नहीं हो सका शुरू, जानेंं क्‍या है वजह
हाईवे पर आने वाले दिनों में दिक्कत होगी।

अलीगढ़, जागरण संवाददाता। गाजियाबाद-अलीगढ़ हाईवे को सिक्सलेन का काम पिछले साल दिसंबर में शुरू होने वाला था। मगर, अभी तक काम शुरू नहीं हुआ है। इससे हाईवे के सिक्सलेन होने में अभी समय लगेगा। हालांकि, हाईवे पर लगातार वाहनों का दवाब बढ़ता जा रहा है, जिससे आने वाले दिनों में दिक्कत होगी।

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हाइवे की सड़कें खराब

गाजियाबाद-अलीगढ़ हाईवे का निर्माण 2014 में हुआ था। इससे पहले यह हाईवे जीटी रोड के नाम से जाना जाता था। पीडब्ल्यूडी के अंतर्गत होने के चलते इसकी चौड़ाई बमुश्किल सात मीटर थी। गड्ढों से यह छलनी रहता था। वाहनों का इसपर चलना मुश्किल हो जाया करता था, लंबा जाम लगता था। चार-चार घंटे वाहन जाम में फंसे रहते थे। सबसे अधिक दिल्ली जाने वालों को परेशानी छेलनी पड़ती थी। जाम में फंसे होने के चलते वो समय से आफिस और कारोबार आदि पर नहीं पहुंच पाते थे। कई वर्षों से इसके निर्माण की मांग चल रही थी। मगर, यह टलता जा रहा था। 2014 में केंद्र सरकार के मोहर लगने के बाद इसे फोरलेन किया गया। गाजियाबाद, खुर्जा होते हुए अलीगढ़ तक हाईवे का निर्माण किया गया है। गभाना में हाईवे को बाईपास के माध्यम से बाहर से निकाला गया है। शहर के बीचों-बीच से निकल रही सड़क पुरानी जीटी रोड के नाम से जानी जाती है। हाईवे के फोरलेन होने से लाेगों को काफी सुविधा होने लगी। मगर, इन छह सालों में लगातार वाहनों की भी संख्या बढ़ती चली गई, इसके चलते वाहनों का दबाव हाईवे पर बढ़ता चला गया। अब कई जगहों पर हाईवे पर भी वाहनों की कतार खड़ी होने लगी है। इसे देखते हुए गाजियाबाद-अलीगढ़ हाईवे को फोरलेन से सिक्सलेन की तैयारी की जा रही है। पिछले साल दिसंबर से काम शुरू होना था, मगर अभी तक काम शुरू नहीं हो सका। हालांकि, भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग को इसके लिए जमीन अधिग्रहित करने की आवश्यकता नहीं पड़ेगी। क्योंकि फोरलेन के निर्माण के समय ही सिक्सलेन की भूमि अधिग्रहित कर ली गई थी। इससे सिर्फ काम की शुरुआत करनी है। हाईवे के दोनों ओर पटरियों को ठीक करके थोड़ा सा बढ़ाया जाएगा। इससे करीब 21 मीटर चौड़ा हाईवे हो जाएगा।

वाहनों की लंबी कतारें

दिल्ली में कारोबार कर रहे अरविंद तिवारी का कहना है कि उन्हें प्रतिदिन दिल्ली जाना पड़ता है। गाजियाबाद-अलीगढ़ हाईवे से ही होकर वो निकलते हैं। खुर्जा और गाजियाबाद के निकट कई बार वाहनों की लंबी कतार खड़ी हो जाती है, जिससे समय लग जाता है। पहले ऐसा नहीं होता था। कुछ वर्षों से वाहनों का दवाब पड़ने के चलते यह स्थिति उत्पन्न हो रही है, इसलिए सिक्सलेन किया जाना बहुत जरूरी है। बताया जा रहा है कि केंद्रीय परिवहन मंत्रालय से हरी झंडी न मिलने के चलते सिक्सलेन का काम शुरू नहीं हो पाया है।

इन शहरों को भी मिलेगा लाभ

हाईवे के सिक्सलेन होने से कई शहरों को लाभ मिलेगा। फर्रखाबाद, एटा, कासगंज आदि शहरों के लोगों को दिल्ली पहुंचना और आसान हो जाएगा। क्योंकि जल्द ही जीटी रोड भी अलीगढ़ से लेकर कानपुर तक फोरलेन हो रही है। इससे कानपुर के भी वाहनों के लिए रास्ता आसान हो जाएगा। फिलहाल निर्माण कार्य काफी तेजी से चल रहा है।


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