अलीगढ़ में दो ट्रांसपोर्टर के तीन गोदामों पर एसआइबी का छापा, सामने आईं चौंकाने वाली गड़बड़ियां
SIB team raids in Aligarh वाणिज्यकर विभाग की विशेष अनुसंधान शाखा (एसआइबी) ने गुरुवार देर रात दो ट्रांसपोर्टर के तीन गोदामों पर गादामों पर छापे मारे। देर रात तक चली रही इस कार्रवाई में बिना बिल के माल सीज किया गया है।
अलीगढ़, जागरण संवाददाता। वाणिज्यकर विभाग की विशेष अनुसंधान शाखा (एसआइबी) ने गुरुवार देर रात दो ट्रांसपोर्टर के तीन गोदामों पर गादामों पर छापे मारे। देर रात तक चली रही इस कार्रवाई में बिना बिल के माल सीज किया गया है। ताला-हार्डवेयर व अन्य माल के कार्टन सीज किए गए है। अफसरों ने बताया है कि कितने टैक्स की चोरी की गई है, यह बताना संभव नहीं। अभी इसकी गणना की जा रही है। माल का मिलान किया जा रहा है। अंडर बिल माल की भी शंका से इन्कार नहीं किया जा सकता। इन ट्रांसपोर्टर के यहां वहीं बिल मिले हैं, जिन विभिन्न नाम की सात फर्मों की बिल बुकों को गत बुधवार को एसआइबी के छापे के दौरान प्रेम ट्रांसपोर्टर के गोदामों से सील किया था।
ऐसे की छापामार कार्रवाई
आरजेडी ट्रेडिंग कैरिंग कार्गों के गूलर रोड व सराय सुल्तानी में गोदाम हैं। इस फर्म का संचालन रवेंद्र कुमार शर्मा व जितेंद्र सिंह करते हैं। दोनों पार्टन ट्रांसपोर्टर की बिना बिल के माल भेजने की शिकायत वाणिज्यकर के एडिशनल कमिश्नर एसआइबी अनूप माहेश्वरी से की गई। जांच से पहले वाणिज्यकर विभाग की टीम ने खुफिया तंत्र की मदद से बिना टैक्स के माल रवाना होने की पुख्ता जानकारी कर ली। दो टीमों का गठन किया गया। गूलर रोड स्थित गोदाम व फर्म के कार्यालय पर जांच की कमान एसआइबी के डिप्टी कमिश्नर पंकज सिंह व सराय सुल्तानी स्थित गोदाम की जांच की कमान एसआइबी के डिप्टी कमिश्नर आरपीएस कौंतेय ने संभाली।
डिप्टी कमिश्नर पंकज सिंह ने बताया है कि आरजेडी ट्रेडिंग कैरिंग कार्गों के गूलर रोड पर ही दो गोदामों पर हुई जांच के दौरान छह नग बिना बिल के मिले हैं, 55 नगों की जांच के दौरान वहीं बिल बुकों के बिल मिले हैं, जिन्हें गतदिन की छापामार कार्रवाई में सीज किया था। यह फर्जी फर्मों बताई गई है। इनकी जांच की जा रही है।
डिप्टी कमिश्नर आरपीएस कौंतेय ने बताया है कि उनकी टीम ने सराय सुल्तानी स्थित जगदंबा ट्रांसपोर्टर के यहां कार्रवाई की। इसके मालिक आशीष शर्मा हैं। इस गोदाम पर करीब 150 नग बिना बिल के मिले हैं। देर रात तक जांच जारी हैं। यहां भी संदिग्ध प्रपत्रों को सील किया जाएगा। कुल टैक्स की चोरी का आंकलन अभी संभव नहीं।