पुलिस पर मुकदमा दर्ज कराकर दिखाएं एएमयू कुलपति : सांसद Aligarh news
एएमयू की ओर से पुलिस के खिलाफ एफआइआर दर्ज कराने को दी गई तहरीर पर सांसद सतीश गौतम ने कहा है कि कुलपति पुलिस के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कराकर देखें।
अलीगढ़ [ जेएनएन ] : एएमयू बवाल के बाद से ही लगाए जा रहे आरोप-प्रत्यारोप थम नहीं रहे हैैं। एएमयू की ओर से पुलिस के खिलाफ एफआइआर दर्ज कराने को दी गई तहरीर पर सांसद सतीश गौतम ने कहा है कि कुलपति पुलिस के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कराकर देखें। उन्हें हम बताएंगे कि कैसे एफआइआर होती है। कुलपति के खिलाफ ही छात्रों से अमर्यादित नारे लगवाने पर रिपोर्ट होनी चाहिए।
एएमयू देश विरोधी ताकतों का अड्डा
मीडिया को दिए बयान में सांसद ने कहा है कि कुलपति व रजिस्ट्रार को एक महीने बाद रिपोर्ट दर्ज कराने की याद आई। छात्रों के पथराव में डीआइजी प्रीतिंदर सिंह और एसपी सिटी अभिषेक कुमार घायल हो गए। कुलपति खुद कह रहे हैं कि उन्हें जान का खतरा है। यह सब राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग की टीम को गुमराह करने की कोशिश है। सांसद ने कहा है कि एएमयू देश विरोधी ताकतों का अड्डा बन गया है। पुलिस की तारीफ करते हुए कहा है कि अधिकारियों की सक्रियता ने शहर को दंगे से बचा लिया।
बच्चों की घुसने से पहले तलाशी ली जाए
बच्चों को बाहर नहीं निकलने दिया। एएमयू में 300 छात्र 27000 बच्चों का भविष्य खराब कर रहे हैं। कुलपति और रजिस्ट्रार का उन्हें अंदर से समर्थन है। देश विरोधी लोगों को वे खुद बुलाते हैं। कुछ तो तीस-तीस साल से यहीं पढ़ रहे हैं। आखिर कौन सी पढ़ाई कर रहे हैैं? ऐसे लोगों की अंदर घुसने से पहले तलाशी ली जाए। आरोप लगाया कि इन पर हथियार है, जिससे फायरिंग होती है, गोलियां चलती हैं, ये हथियार कहां से आते हैैं।
इलाज कराएं प्रो. हबीब
सांसद ने कहा है कि इतिसकार प्रो. इरफान हबीब को अधिवक्ता ने नोटिस देकर अच्छा कार्य किया है। कहा है कि प्रो. इरफान बुजुर्ग होने के नाते मानसिक बीमारी से जूझ रहे हैं। उन्हें सिर्फ मुगल शासन याद रहता है। भारत कहां पहुंच गया, कितनी तरक्की हो रही है? यह ध्यान नहीं रहता है, इसलिए इलाज कराएं। एएमयू के प्रवक्ता प्रो. शाफे किदवई ने कहा खुलने के बाद छात्र आने शुरू हो गए हैं। तब घटनाक्रम पता चल रहा है। पुलिस को हॉस्टल में घुसने के लिए नहीं बुलाया गया था।