Move to Jagran APP

इगलास के शिवम व प्रतिभा ने सिविल सेवा परीक्षा में मारी बाजी Aligarh news

देश की प्रतिष्ठित सिविल सेवा परीक्षा में इगलास के शिवम उपाध्याय ने 353वीं रैंक व छोटी बल्लभ की प्रतिभा सिंह ने 386वीं रैंक प्राप्त कर अपनी प्रतिभा का परचम लहराया है।

By Parul RawatEdited By: Published: Tue, 04 Aug 2020 10:51 PM (IST)Updated: Tue, 04 Aug 2020 10:51 PM (IST)
इगलास के शिवम व प्रतिभा ने सिविल सेवा परीक्षा में मारी बाजी Aligarh news
इगलास के शिवम व प्रतिभा ने सिविल सेवा परीक्षा में मारी बाजी Aligarh news

अलीगढ़ [जेएनएन]। देश की प्रतिष्ठित सिविल सेवा परीक्षा में इगलास के शिवम उपाध्याय ने 353वीं रैंक व छोटी बल्लभ की प्रतिभा सिंह ने 386वीं रैंक प्राप्त कर अपनी प्रतिभा का परचम लहराया है। मंगलवार को सिविल सेवा परीक्षा 2019 के नतीजे घोषित हुए हैं। दोनों की सफलता से क्षेत्र के लोगों में खुशी है।

loksabha election banner

शिवम मूलरु प से क्षेत्र के गांव खिरसौली के रहने वाले हैं। उनके स्वजन कस्बा के मास्टर कॉलौनी में रहते हैं। पिता विजय कुमार उपाध्याय (आईईएस रेलवे)हैं और वर्तमान में गुवाहटी में चीफ इंजीनियर के पद पर सेवारत हैं। शिवम ने हाईस्कूल कटियार बिहार से व इंटरमीडिएट लखनऊ से की थी। आईआईटी जोधपुर से बीटेक करने के बाद आईईएस रेलवे में उनका चयन हो गया। वर्तमान में नाशिक में प्रशिक्षण प्राप्त करते हुए सिविल सेवा परीक्षा की तैयारी में जुटे रहे। उनका मुख्य उद्देश्य आईएएस बनना था। उन्होंने अपनी सफलता का श्रेय पिता व दादा भगवती प्रसाद उपाध्याय को दिया है। उन्होंने बताया कि परीक्षा में सफलता के कड़ी मेहनत के साथ उचित मार्गदर्शन जरु री होता है।

गौंडा क्षेत्र के गांव छोटी बल्लभ में प्रतिभा सिंह की ससुराल है। मायका हल्द्ववानी (उत्तराखंड) में है। पति सतेंद्र सिंह जयपुर में इंजीनियर हैं। स्वयं नोएडा की एक कंपनी में जॉव करती हैं। इन्होंने हाईस्कूल व इंटरमीडिएट की पढ़ाई हल्द्ववानी से की थी। इसके बाद आईआईटी रु डकी से पति के साथ ही बीटेक की। यहीं से दोनों दांपत्य बंधन में बंध गए। प्रतिभा बताती हैं कि उनके ससुर स्व. महेंद्र सिंह पुलिस में सवस्पेक्टर थे। उनका सपना था कि परिवार से कोई व्यक्ति आईएएस बनें। अपने ससुर के सपने को साकार करने के लिए जॉव के साथ सिविल सर्विस की तैयारी करती रहीं। पढ़ाई करने में सास गुलवीरी देवी व अन्य स्वजनों का खूब सहयोग मिला। सभी हमेशा उत्साह बर्धन करते थे। वह अपनी सफलता का श्रेय परिजनों को ही देती हैं। उनका कहना है कि किसी भी सफलता को प्राप्त करने के लिए कड़ी मेहनत करनी होती है।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.