Move to Jagran APP

सेमीकंडक्टर चिप का संकट, अलीगढ़ में कारों की डिलिवरी अटकी

जिले के लगभग एक हजार से अधिक लोग इन दिनों कार की डिलीवरी के इंतजार में हैं। इसका कारण कार सेमीकंडक्टर चिप की कमी होना बताया जा रहा है। यह आयात की जाती थी। दो साल कोरोना संकट के चलते आइटी कंपनियां बंद रहीं।

By Anil KushwahaEdited By: Published: Wed, 01 Dec 2021 09:05 AM (IST)Updated: Wed, 01 Dec 2021 09:05 AM (IST)
सेमीकंडक्टर चिप का संकट, अलीगढ़ में कारों की डिलिवरी अटकी
जिले के लगभग एक हजार से अधिक लोग इन दिनों कार की डिलीवरी के इंतजार में हैं।

अलीगढ़, जागरण संवाददाता।  जिले के लगभग एक हजार से अधिक लोग इन दिनों कार की डिलीवरी के इंतजार में हैं। इसका कारण कार सेमीकंडक्टर चिप की कमी होना बताया जा रहा है। यह आयात की जाती थी। दो साल कोरोना संकट के चलते आइटी कंपनियां बंद रहीं। इसके चलते आयात रुक गया, जबकि कारों की मांग बढ़ती गई। चिप का आयात तो शुरू हुआ , लेकिन मांग पूरी नहीं हो पा रही। इसकी कमी के चलते कार निर्माण की प्रक्रिया पूरी नहीं हो पा रही। इनमें सबसे अधिक लग्जरी कार हैं। हुंडई कंपनी की कार की अलीगढ़ में बुकिंग अप्रैल तक की गई। इसके बाद से अब तक यह बंद है। मारुति कंपनी भी इस चिप के संकट से जूझ रही है।

loksabha election banner

डीलर्स को नहीं मिल पा रही सप्‍लाई

कंपनियों के दावों के बावजूद डीलर्स को सप्लाई नहीं मिल पा रही है। बुकिंग के बाद एक माह से चार माह तक में कार उपलब्ध नहीं हो पा रही हैं। मारुति सुजुकी की आल्टो, वैगनआर, विटारा ब्रीजा की डिलिवरी के एक माह का इंतजार किया जा रहा है। टोयोटा फार्च्यूनर, टाटा नेक्सन, टाटा पंच प्योर की डिलिवरी के लिए तीन माह, टोयटा इनोवा के लिए दो माह, टाटा सफारी, टाटा हैरियर के लिए ढाई माह, टाटा अल्ट्रोज के लिए नौ माह, टाटा टियागो की डिलिवरी के लिए एक माह का इंतजार करना पड़ रहा है।

इस तरह होगा है चिप का उपयोग

आटोनामस ड्राइविंग ऐड, सेंसर्स, सेलफोन और कम्युनिकेशन इंटीग्रेशन के साथ उच्च दक्षता वाले इंजन के एलिमेंट्स में इसका उपयोग किया जाता है। इसके साथ ही ड्राइवर असिस्टेंस, पार्किंग के लिए रियर कैमरा और सेंसर्स कंट्रोल, ब्लाइंड स्पाट डिटेक्शन, अडेप्टिव क्रूज कंट्रोल, लेन चेंज असिस्ट, एयरबैग और इमरजेंसी ब्रेकिंग में भी सेमीकंडक्टर की जरुरत होती है।

क्या है सेमीकंडक्टर चिप

सेमीकंडक्टर चिप में इलेक्ट्रिक सर्किट होता है, जिसमें सेमीकंडक्टर वेफर पर दूसरे कंपोनेंट्स जैसे ट्रांजिस्टर और वायरिंग होती है। एक डिवाइस में कई सेमीकंडक्टर चिप होती हैं, जो एक इंटीग्रेटेड सर्किट (आईसी) बनाती हैं, जो कई गैजेट्स और इलेक्ट्रिक डिवाइसेस में काम आता है। वहीं माडर्न कारों में इलेक्ट्रिक सर्किट की भरमार होती है, क्योंकि कारों में आ रहे लेटेस्ट फीचर इन्हीं पर बेस्ड होते हैं। यहां तक कि इंजर परफारमेंस, आटोमेटिक इमरजेंसी ब्रेकिंग जैसे फीचर भी इन्हीं के जरिए काम करते हैं।

इनका कहना है

अभी लग्जरी कारों का इंतजार करना होगा। बढ़ती मांग के अनुसार निर्माण नहीं हो पा रहा। टाटा-टोयटा की बुकिंग के बाद डिलिवरी में तीन से साढ़े तीन माह का समय लग रहा है। 185 कार टाटा व 60 कार टोयटा की बुकिंग की जा चुकी है, लेकिन डिलिवरी अभी नहीं की गई है। हमारे यहां अब सेमी कंडेक्टर चिप समस्या खत्म हो गई है।

- मयंक अग्रवाल, मालिक, मस्कट मोटर्स प्राइवेट लिमिटेड

सेमी कंडेक्टर चिप के संकट के चलते कार के निर्माण में बाधा उत्पन्न हुई है। इस चिप से दुनियाभर के कार प्लांट संचालक जूझ रहे हैं। देश में भी इसकी कमी के चलते कार प्लांट प्रभावित हुए। हमारी मारुति कंपनी भी इसमें शामिल है। हमारे यहां 400 कार बुक हैं। ग्राहक जल्द ही डिलिवरी के लिए दबाव बना रहे हैं।

- सुमित अग्रवाल, मालिक, देव मोटर्स प्राइवेट लिमिटेड

हमारी कंपनी की सभी करें हाईटैक्नलाजी की हैं। इनमें सबसे अधिक सेमीकंडक्टर चिप का प्रयोग होता है। अप्रैल तक 200 से अधिक कारों की बुकिंग की गईं। अब बुकिंग बंद है। कंपनी प्लांट से कारों के अपग्रेडिट माडल नहीं मिल रहे।

- शलभ मित्तल, मालिक, शिवांग हुंडई


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.