अलीगढ़ में नामांकन पत्रों की 24 जनवरी को होगी जांच, 27 को नाम वापसी
नामांकन पत्रों की जांच के बाद प्रत्याशियों की अंतिम सूची जारी होगी। सूची में शामिल प्रत्याशी ही चुनाव लड़ सकेंगे।
जागरण संवाददाता, अलीगढ़ : विधानसभा चुनाव के लिए 24 जनवरी को प्रत्याशियों के नामांकन पत्रों की जांच (स्क्रूटनी) होगी। प्रत्याशियों और उनके समर्थकों को स्क्रूटनी का काफी इंतजार है। क्योंकि, नामांकन पत्रों की जांच के बाद प्रत्याशियों की अंतिम सूची जारी होगी। सूची में शामिल प्रत्याशी ही चुनाव लड़ सकेंगे। 27 जनवरी को नाम वापसी व चुनाव चिह्न का आवंटित होगा।
जिले में 10 फरवरी को पहले चरण का मतदान होना है। नामांकन की प्रक्रिया संपन्न हो चुकी है। सातों सीटों पर कुल 81 प्रत्याशियों ने नामांकन दाखिल किया है। आज नामांकन पत्रों की जांच होनी है। सातों विधानसभा क्षेत्रों के लिए अलग-अलग रिटर्निंग अफसर नियुक्त किए गए हैं। रिटर्निंग अफसर का फैसला सभी को मानना होगा। 27 जनवरी को नाम वापसी होगी। इसी दिन प्रत्याशियों को चुनाव चिह्न आवंटित किया जाएगा। प्रमुख दलों के अपने चुनाव चिह्न निर्धारित हैं। वहीं, निर्दलीयों के लिए 133 से अधिक चुनाव चिह्न निर्वाचन आयोग ने निर्धारित किए हैं। आरओ अपनी-अपनी विधानसभा क्षेत्र के प्रत्याशियों को चुनाव चिह्न आवंटित करेंगे। प्रत्याशियों को तीन विकल्प चुनाव चिह्न चुनने के लिए उपलब्ध कराएं जाएंगे, किसी एक का चयन करना होगा। यदि कोई प्रत्याशी अपनी पसंद का चुनाव चिह्न मांगता है और वह नहीं है तो रिटर्निंग अफसर चुनाव चिह्न आंवटित कर सकेंगे। हालांकि, नामांकन पत्रों की जांच व चुनाव चिह्न आवंटन का इंतजार किए बगैर ही राजनीतिक दलों के प्रत्याशी पूरी ताकत के साथ चुनाव प्रचार-प्रसार में जुटे हैं। इंतजार सिर्फ निर्दलीय प्रत्याशी कर रहे हैं। वे चुनाव चिह्न आवंटित होने के बाद ही प्रचार में जुट सकेंगे, क्योंकि बिना चिह्न के वे मतदाताओं को क्या बताएं। उनसे कैसे कहें कि मतदान उनको किस चिह्न पर करना है। राजनीतिक दल भाजपा, सपा, बसपा, कांग्रेस व रालोद के प्रत्याशियों के पास आरक्षित चुनाव चिह्न हैं, वे ही उन्हें आवंटित किए जाएंगे। उन्हीं के आधार पर वे प्रचार में जुटे हैं।