संदीप गुप्ता हत्याकांड :13 मिनट के आडियो में आरोपित ने कहा 'बड़े' भाई ने देवता समान संदीप की हत्या करवाई
एटा के कारोबारी संदीप गुप्ता की हत्या के मामले में नया मोड़ आ गया। मुख्य आरोपित 50 हजार के इनामी अंकुश अग्रवाल ने फेसबुक आइडी पर एक आडियो पोस्ट किया। इसमें अंकुश ने कई लोगों के नाम लेकर कहा कि हत्या करवाने के लिए मेरा इस्तेमाल किया गया है।
अलीगढ़, जागरण संवाददाता। एटा के कारोबारी संदीप गुप्ता की हत्या के मामले में बुधवार को नया मोड़ आ गया। मुख्य आरोपित 50 हजार के इनामी अंकुश अग्रवाल ने अपनी फेसबुक आइडी पर एक आडियो पोस्ट किया। इसमें अंकुश ने कई लोगों के नाम लेकर कहा कि हत्या करवाने के लिए मेरा इस्तेमाल किया गया है। अंकुश ने अपनी व दोस्तों की जान का खतरा भी बताया और मुख्यमंत्री से सीबीआइ जांच कराने की मांग की। इस पोस्ट में हैशटैग जस्टिस फार संदीप गुप्ता, वी वांट जस्टिस लिखकर न्याय की भी मांग की है। साथ ही प्रधानमंत्री, मुख्यमंत्री, सीबीआइ, यूपी पुलिस को भी हैशटैग किया है। हालांकि इस कथित आडियो के बाद पुलिस ने तलाश तेज कर दी है। टीमें अभी भी गैर राज्य में डटी हैं।
27 दिसंबर को हुई थी संदीप की हत्या
27 दिसंबर को हुई एटा के अलीगंज निवासी कारोबारी संदीप गुप्ता की हत्या में पुलिस ने साईं विहार कालोनी निवासी ट्रांसपोर्टर राजीव अग्रवाल को जेल भेजकर मामले का पर्दाफाश किया था। इस मामले में अब तक तीन नाबालिगों सहित आठ लोग गिरफ्तार हो चुके हैं। इनमें मुख्य आरोपित अंकुश के पिता राजीव, आरोपित साहिल का दोस्त मनीष, साहिल का भाई अनुराग, 50 हजार का इनामी दुष्यंत व उत्कर्ष शामिल हैं। अंकुश व साहिल फरार हैं। दोनों पर 50-50 हजार रुपये का इनाम घोषित है। इनाम राशि को एक लाख करने की तैयारी है। इसी बीच अंकुश ने बुधवार को एक आडियो पोस्ट करके कई बातें कही हैं। 13 मिनट की आडियो में अंकुश ने कहा कि जेल जाने के भय से इधर उधर भागता फिर रहा हूं। पिता से अनबन हुई तो दोस्त ने रहने के लिए छत दी तो उसे भी अपराधी घोषित कर दिया गया है।
मुझे ढाल बनाकर करवाई गई हत्या
आडियो में अंकुश ने कहा कि कुछ मतलबी लोगों ने मुझे ढाल बनाकर संदीप गुप्ता की हत्या करवा दी। मुझे हत्या करवानी होती तो मैं अपनी निजी कार क्यों इस्तेमाल करता? क्या मुझे नहीं पता कि अलीगढ़ में तमाम सीसीटीवी लगे हैं। जिन लोगों ने हत्या करवाई, वो खुलेआम घूमकर मुझे मरवाने की कोशिश कर रहे हैं, ताकि कभी सच बाहर ना आ पाए।
'संदीप जी' ने कभी उंगली नहीं उठाई
अंकुश ने कहा कि' संदीप जी' ने कभी जीवन में मुझकर उंगली नहीं उठाई। न कभी पैर छूने की बात कही। पत्नी से हुआ विवाद अप्रैल 2021 में निपट गया था। उस समय संदीप ने आवेश में आकर दीप्ति के पैर छूकर माफी मांगने को कहा था। लेकिन, गुस्सा शांत होने पर गलती भी मानी। पिता से टकराव करने के बाद जब मैं अलग रहने लगा, तब भी संदीप ने समझाया। दहेज उत्पीड़न की एफआइआर किन परिस्थितियों में हुई, इसके भी मेरे पास साक्ष्य हैं।
'तुम साइड हो जाओ, हम देख लेंगे'
अंकुश ने आडियो में भाजपा नेता का भी नाम लिया, जिसके घर पर समझौते की बात हुई थी। कहा कि मेरी उत्कर्ष से मुलाकात भी भाजपा नेता के दफ्तर में हुई थी। वहां उन्होंने कहा कि तुम पत्नी के साथ रहना चाहते हो तो अपने पिता से हिस्सा मांगो। असमर्थता जताई तो बोले कि तुम साइड हो जाओ। हमें देख लेने दो। हम तुम्हें हिस्सा दिलवा देंगे। तुम पत्नी के साथ अलीगंज में नया जीवन शुरू कर सकोगे। इतना होने के बाद मैं क्यों रंजिश रखता। अगर पिता के मन में रंजिश होती तो 45 लाख देकर मामला खत्म न करवाते।
जिसे बड़ा भाई माना, उसी ने करवाई देवता समान संदीप की हत्या
मेरा गुनाह बस इतना रहा कि मैं उन हत्यारों में एक को बड़ा भाई मानते हुए उनकी बताई जगहों पर जाता रहा। उस पापी 'बड़े भाई' ने देवता समान संदीप की हत्या करवाई। एक दिन बड़े भाई ने बुलाया और संदीप के खिलाफ जहर उगला। अल्ट्राटेक फैक्ट्री में साझेदारी का काम करने का प्रस्ताव दिया। मैं बेतनीजा छोड़ निकल आया। डेढ़ माह बाद बड़े भाई ने दोबारा बुलाया। इस बार संदीप के कारोबारी पार्टनर कुछ और लोग भी थे। कहा, हम मदद करेंगे। वजह पूछने पर उन लोगों ने कहा कि संदीप ने व्यापार में धोखा किया है।
'मुझसे कहा गया, काम हो गया है, खबर मिल जाएगी'
27 दिसंबर को उसी 'बडे़ भाई' का टेलीग्राम पर फोन आया। मिलने के लिए तालानगरी बुलाया। साथ में साहिल व उत्कर्ष थे। हम खैर मंडी जाने वाले थे। लेकिन, एटा चुंगी से तालानगरी पहुंचे। वहां पहुंचे तो कहा गया कि किसी को अल्ट्राटेक फैक्ट्री भेजो और काले रंग की फार्च्यूनर कार के खड़ी होने की पुष्टि करो। साहिल ने मनीष को फोन किया और दो लड़के भेजने को कहा। इसके बाद बड़े भाई के बार-बार फोन आए और गाड़ी के बारे में जानकारी ली। तस्वीर महल पर हम एक घंटा रहे। इसके बाद सेंटर प्वाइंट आने को कहा गया। फिर टीआर कालेज पहुंचे। मैंने कालेज के पास से पेन भी खरीदा। फिर एटा चुंगी पर पहुंचे तो काल आया कि सारसौल जाओ। जब वहां पहुंचा तो कहा गया कि काम हो गया है। खबर मिल जाएगी। इस दौरान मैं अपने पिता से मिला और कहा कि कोई खबर मिले तो बता देना। इसके बाद मैं गैराज लौटा। इसी बीच मुझे किसी के वाट्सएप स्टेटस के माध्यम से संदीप की हत्या की खबर पता चली। मैं डर के चलते भाग गया। मुझे नहीं पता था कि संदीप के पास 1000 नंबर की गाड़ी है।
पुलिस मान रही गुमराह करने वाला आडियो
आडियो में अंकुश ने जिन लोगों के नाम लिए हैं। पुलिस उन तक भी पहुंच रही है। लेकिन, कोई भी तथ्य सही नहीं मिला। आडियो में अंकुश के शब्दों ऐसे लग रहे हैं कि पढ़कर बोले गए हों। ऐसे में पुलिस इसे गुमराह करने वाला आडियो मान रही है।
इनका कहना है
फेसबुक पर डाला गया आडियो बचाव मात्र प्रतीत होता है। हालांकि पुलिस के पास पर्याप्त सुबूत मौजूद थे। इसी आधार पर न्यायालय की ओर से आरोपितों के खिलाफ गैर-जमानती वारंट जारी किया गया है। जो अन्य तथ्य सामने आ रहे हैं, उनकी भी जांच की जा रही है। आरोपितों की तलाश में टीमें लगी हुई हैं।
श्वेताभ पांडेय, सीओ तृतीय