अलीगढ़ में नौनिहालों के शिक्षण में शिक्षा साथी निभाएंगे भूमिका
बेसिक शिक्षा के साधन विहीन छात्र छात्राओं को भी मिलेगी आनलाइन शिक्षा।
जागरण संवाददाता, अलीगढ़ : कक्षा एक से आठवीं तक के सरकारी स्कूलों में पढ़ने वाले विद्यार्थियों को आनलाइन पढ़ाई कराने के निर्देश जारी किए गए हैं। मगर कई विद्यार्थी ऐसे हैं जो संसाधनों व उपकरणों के अभाव में आनलाइन शिक्षा से नहीं जुड़ पाते हैं। उनके लिए शिक्षा साथी अपनी भूमिका में दोबारा लौटेंगे।
पिछले कोरोना काल में साधनविहीन विद्यार्थियों को शिक्षा से जोड़े रखने के लिए बेसिक शिक्षा विभाग ने शिक्षा साथी योजना चलाई थी। इसके तहत हर क्षेत्र के साधन संपन्न लोगों को अपने मोबाइल या लैपटाप पर विद्यार्थियों को शिक्षण सामग्री दिखाते हुए 20 मिनट से आधे घंटे की पढ़ाई करानी थी। हर ब्लाक में कई शिक्षा साथी सामने आए और उनका नामांकन भी शिक्षा साथी के तौर पर शासन की वेबसाइट पर किया गया। अब एक बार फिर इनकी भूमिका प्रभावी होगी। जिले में बेसिक शिक्षा के करीब 2.68 लाख विद्यार्थी हैं। इनमें से करीब 50 से 60 हजार विद्यार्थी आनलाइन शिक्षा से जुड़े हुए हैं। इनके अलावा अन्य विद्यार्थियों को मोहल्ला पाठशाला या शिक्षा साथी के जरिए पढ़ाई कराई जाएगी। शिक्षा साथी अपने मोबाइल पर शिक्षकों द्वारा तैयार वीडियो या शासन की ओर से चलाई जाने वाली ई-पाठशाला के जरिए विद्यार्थियों को जोड़ सकते हैं। बीएसए सतेंद्र कुमार ढाका ने कहा कि शिक्षा साथी ने पिछली संक्रमण काल में भी अहम भूमिका निभाई थी। इस बार भी उनकी सक्रियता की अपेक्षा रहेगी।
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148 केंद्रों की सूची पर
आईं 193 आपत्तियां
जासं, अलीगढ़ : यूपी बोर्ड परीक्षा के लिए आनलाइन माध्यम से प्रस्तावित केंद्रों की सूची जारी की गई थी। जिले में 148 केंद्रों के नामों की सूची जारी की गई थी। इस पर अधिकारियों ने आपत्तियां आमंत्रित की थीं। मंगलवार तक डीआइओएस कार्यालय में 193 आपत्तियां आई हैं। इसमें जिले के करीब 30 से अधिक संचालक ऐसे भी हैं, जो परीक्षा के लिए अपने संस्थान को केंद्र बनाने से खुद मना कर रहे हैं। अलग-अलग कारण बताते हुए तर्क दिया है कि उनके विद्यालय में संसाधन नहीं हैं जिससे परीक्षा के आयोजन में दिक्कत आ सकती है। डीआइओएस डा. धर्मेंद्र कुमार शर्मा ने बताया कि आपत्तियों का निस्तारण जिला समिति की ओर से किया जाएगा।