संजू के लखनऊ रवानगी की खबर पर बवाल, फेसबुक पर आत्मदाह की दी थी धमकी Aligarh news
फेसबुक पर सीएम कार्यालय के सामने आत्मदाह की सूचना देकर लखनऊ रवानगी की संजू बजाज की चेतावनी ने शुक्रवार को माहौल गरमा दिया।
अलीगढ़ [जेएनएन]: फेसबुक पर सीएम कार्यालय के सामने आत्मदाह की सूचना देकर लखनऊ रवानगी की संजू बजाज की चेतावनी ने शुक्रवार को माहौल गरमा दिया। हिंदू जागरण मंच के नेता संजू बजाज से डीएम की फोन पर कुछ तल्खी भी हुई। इसके बाद वे दोपहर में लखनऊ रवाना होने के लिए रेलवे स्टेशन पर पहुंच गए। यहां पुलिस व भाजपा कार्यकर्ताओं ने उन्हें रोक लिया। यहां समर्थकों ने नुमाइश बाबू के खिलाफ जमकर नारेबाजी की।
यह है मामला
संजू बजाज की नुमाइश बाबू पीयूष साराभाई से दुकान आवंटन को लेकर नोकझोंक हो गई थी। आरोप था कि पीयूषने संजू को जातिसूचक शब्द कह दिए थे। संजू ने 22 जनवरी को कहा था कि 48 घंटे में पीयूष के खिलाफ कार्रवाई नहीं हुई तो वह लखनऊ में सीएम कार्यालय के सामने आत्मदाह कर लेंगे। शुक्रवार को संजू बजाज ने फेसबुक पर संदेश डाला कि 48 घंटे व्यतीत होने के बाद भी नुमाइश बाबू के खिलाफ कार्रवाई नहीं हुई, इसलिए वह लखनऊ आत्मदाह के लिए ट्रेन से रवाना होंगे। डीएम चंद्रभूषण सिंह ने संजू बजाज को फोन पर समझाया। संजू ने कहा कि नुमाइश बाबू के खिलाफ कार्रवाई नहीं हुई है इसलिए वह किसी भी सूरत में मानेंगे नहीं। आत्मदाह के लिए दोपहर 2:30 बजे लखनऊ रवाना होंगे। बताया जाता है कि इस पर कुछ तल्खी हो गई। इसके बाद संजू दोपहर रेलवे स्टेशन पहुंचे गए। आनंद विहार-मऊ एक्सप्रेस से जाने के लिए टिकट भी ले लिया। सूचना पर बन्नादेवी, गांधीपार्क पुलिस व जीआरपी अलर्ट हो गई। भाजयुमो जिलाध्यक्ष मुकेश लोधी और जिला प्रवक्ता डॉ. निशित शर्मा, प्रतीक चौहान समेत काफी संख्या में भाजपा नेता भी पहुंच गए। कार्यकर्ताओं ने संजू को समझाया कि सांसद व विधायकों के जरिये नुमाइश बाबू की कारस्तानी व भ्रष्टाचार को सीएम के समक्ष उजागर किया जाएगा। कार्यकर्ताओं ने संजू के समर्थन में नुमाइश बाबू के खिलाफ नारेबाजी की।
ये लगाए आरोप
संजू का आरोप है कि जिले में भ्रष्टाचार पूरे चरम पर है। नुमाइश बाबू पीयूष को भी नियमों के विपरीत बाबू बना रखा है। संजू ने कहा कि सांसद के आश्वासन पर वह रोके हैं। क्योंकि वह शुरू लेउनके साथ हैं। कार्रवाई नहीं होगी तो वह आगे की रणनीति बनाएंगे। यहां से कार्यकर्ता संजू को विद्यानगर स्थित सांसद कार्यालय लेकर आए, इसके बाद मामला थमा।