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Hathras Molested Case :आरोपितों को फांसी के लिए हाथरस में बवाल, पुलिस ने आंसू गैस के गोले छोड़े, देश भर में गम और गुस्सा

हाथरस के चंदपा क्षेत्र के गांव बूलगढ़ी की दुष्कर्म पीड़िता शव देर रात गांव पहुंचने के बाद भड़का आक्रोश दिन निकलते ही शहर की सड़कों पर आ गया। सुबह तक का इंतजार करने की जिद पर अड़े परिजनों को दूर रख पुलिस ने ही अंतिम संस्कार कर डाला।

By Sandeep SaxenaEdited By: Published: Wed, 30 Sep 2020 09:00 PM (IST)Updated: Wed, 30 Sep 2020 09:00 PM (IST)
Hathras Molested Case :आरोपितों को फांसी के लिए हाथरस में बवाल, पुलिस ने आंसू गैस के गोले छोड़े,  देश भर में गम और गुस्सा
परिजनों को दूर रख पुलिस ने ही अंतिम संस्कार कर डाला।

हाथरस जेएनएन : उत्‍तर प्रदेश के जनपद हाथरस के चंदपा क्षेत्र के गांव बूलगढ़ी की दुष्कर्म पीड़िता शव देर रात गांव पहुंचने के बाद भड़का आक्रोश दिन निकलते ही शहर की सड़कों पर आ गया। सुबह तक का इंतजार करने की जिद पर अड़े परिजनों को दूर रख पुलिस ने ही अंतिम संस्कार कर डाला। इससे गुस्साए लोगों ने बुधवार को गांव पहुंचे प्रभारी मंत्री चौधरी भूपेंद्र सिंह का घेराव किया। जमकर खरी खोटी सुनाई। वहीं, आरोपितों को फांसी की सजा की मांग को लेकर हाथरस में प्रदर्शन कर रहे लोगों को रोकने पर बवाल हो गया। वाल्मीकि समाज के लोगों और कांग्रेसियों ने जुलूस निकाल कर बाजार बंद कराया। इनकी पुलिस से काफी देर झड़प हुई। फिर पुलिस पर जमकर पथराव किया गया।

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गुस्साए लोगों ने वाहनों में तोड़-फोड़ की

गुस्साए लोगों ने करीब आधा दर्जन वाहनों में तोड़-फोड़ की। इसमें पुलिस की जीप भी शामिल है। कई दुकानों का सामान फेंक दिया। एक बाइक फूंक दी। बिगड़े हालातों पर काबू पाने के लिए पुलिस को लाठीचार्ज करने के अलावा आंसू गैस के गोले भी छोड़ने पड़े। करीब एक घंटे तक शहर के बाजारों में भगदड़ रही। देर शाम अलीगढ़ -आगरा हाईवे पर करीब आधा घंटा जाम लगाया गया। सफाई कर्मचारी हड़ताल पर रहे। जिले में शांति व्यवस्था बनाए रखने के लिए धारा 144 लागू कर दी गई है। बाहरी लोगों को रोकने के लिए जिले की सीमाएं सील कर दी गई हैं। पीड़िता के गांव में पुलिस तैनात है। कांग्रेस के जिलाध्यक्ष सहित तीन सौ लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज करने की तैयारी की जा रही है।

 पुलिस से नोकझोंक के साथ माहौल बिगड़ गया

आक्रोश मंगलवार को बेटी की मौत की खबर के बाद से ही था। रात एक बजे शव गांव लाया गया। पुलिस शव को सीधे श्मशान स्थल ले जा रही थी तो लोग एंबुलेंस के आगे लेट गए। लोगों काे हटाने की कोशिश की तो पुलिस से हाथापाई हो गई। गुस्सा देख पुलिस शव को घर ले जाने पर तो सहमत हो गई, लेकिन सुबह अंतिम संस्कार की बात मानने से इंकार कर दिया। हालांकि, पुलिस का दावा है कि परिजनों ने ही अंतिम संस्कार किया है। जबकि परिजन इसे गलत बता रहे हैं। सुबह निकलते ही वाल्मीकि समाज के लोग हाथों में नारे लिखी तख्ती लेकर तालाब चौराहे पर पहुंच गए। यहीं कांग्रेसी भी आ गए। यहां से शुरू हुए जुलूस को रामलीला मैदान पर ही पुलिस ने घेरना शुरू कर दिया, लेकिन कम फोर्स के चलते सफलता नहीं मिली। बाद में बागला कॉलेज मार्ग पर पुलिस ने जुलूस को रोका तो नोकझोंक के साथ माहौल बिगड़ गया। लोगों को हटाने के बाद पूरे मार्ग पर पुलिस शाम तक तैनात रही।

पल-पल की शासन को खबर

एसआइटी करेगी जांच इस प्रकरण में शासन से पल-पल की खबर ली जा रही है। बेटी की मौत के मामले की जांच के लिए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देश पर तीन सदस्यीय एसआइटी कमेटी का गठन किया गया है। यह कमेटी सात दिन में सरकार को रिपोर्ट प्रस्तुत करेंगी। मुख्यमंत्री कार्यालय की ओर से किए गए ट्वीट में बताया गया है कि इस कमेटी के अध्यक्ष गृह सचिव भगवान स्वरूप होंगे। सदस्य के रूप में पुलिस उपमहानिरीक्षक चंद्र शेखर व सेनानायक पीएसी आगरा पूनम होंगे। यह सात दिन के अंदर अपनी रिपोर्ट पेश करेंगे। इधर प्रशासन ने भी इसकी रिपोर्ट शासन को भेज दी है।

डीएम व एसपी को बर्खास्त किया जाए

परिजनों की बिना अनुमति के जबरन अंतिम संस्कार कराने की बात गलत है। पुलिस प्रशासन की देखरेख में परिजनों द्वारा रीति रिवाज के साथ अंतिम संस्कार किया गया है। विक्रांत वीर, एसपी -हमारी बिना रजामंदी पुलिस ने गुपचुप अंतिम संस्कार किया है। कुछ परिजन शामिल होने गए तो धक्का मुक्की कर वापस कर दिए गए। इससे वे घायल हुए हैं। इस मामले में डीएम व एसपी को बर्खास्त किया जाए।

पीड़िता का भाई

बेटी की मौत पर कस्बों व गांवों में दिखा गम और गुस्सा

 हाथरस के बूलगढ़ी प्रकरण को लेकर बुधवार को कस्बा और ग्रामीण क्षेत्र में लोगों में गम और गुस्सा दिखाई दिया। सिकंदराराऊ में सफाई कर्मचारी हड़ताल पर रहे। देर शाम को जुलूस व कैंडल मार्च भी निकाले गए।सिकंदराराऊ में उत्तर प्रदेशीय सफाई मजदूर संघ के आह्वान पर नगर पालिका के सफाई कर्मियों द्वारा शोक दिवस मनाया गया। सफाई कर्मी हड़ताल पर रहे। सफाई कर्मियों की हड़ताल से नगर में जगह जगह गंदगी एवं कूड़े के ढेर लगे हुए नजर आए। उत्तर प्रदेशीय सफाई मजदूर संघ के मंडल महामंत्री निरंजन प्रकाश के नेतृत्व में सफाई कर्मियों व वाल्मीकि समाज द्वारा गहरा दुख व्यक्त किया गया। शाम को नगर में कैंडल मार्च निकाला गया। जीटी रोड स्थित अंबेडकर पार्क से कैंडल मार्च की शुरुआत हुई। जो अन्य स्थानों से होते हुए अंबेडकर पार्क पहुंच कर समाप्त हो गया। इस अवसर पर ऋतुराज चंचल, कृष्णा यादव, पंकज यादव, राहुल यादव, अमन गुप्ता, राज वार्ष्णेय, अंकुश हिंदूवादी, विभोर माहेश्वरी, संदीप वाल्मीकि राहुल हिंदूवादी आदि मौजूद थे।वहीं दूसरी ओर गांव टीकरी कला में अरुण सिसोदिया, शुभम शर्मा, रचित पुंढीर, अभय पुंडीर, जीतू पचौरी, कुलदीप चैधरी आदि मौजूद रहे।


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