Hathras Case News Update: मृतका के घर गई स्वास्थ्य विभाग की टीम को लौटाया, कोरोना जांच से भी इंकार
उत्तर प्रदेश के जनपद हाथरस के गांव बूलगढ़ी में मृतिका के घर सेंपल लेने गई स्वास्थ्य विभाग की टीम को लौटा दिया गया। बूलगढ़ी में पिछले दिनों राजनीतिक दलों और सामाजिक संगठनों के लोगों की भीड़ लगी हुई थी।
अलीगढ़, जेएनएन। उत्तर प्रदेश के जनपद हाथरस के गांव बूलगढ़ी में मृतकाके घर सेंपल लेने गई स्वास्थ्य विभाग की टीम को लौटा दिया गया। बूलगढ़ी में पिछले दिनों राजनीतिक दलों और सामाजिक संगठनों के लोगों की भीड़ लगी हुई थी। मृतका के घर में रिश्तेदारों का जमावड़ा लगा हुआ था। बाहर के लोगों की निरंतर आवाजाही बनी हुई है। अधिकारियों का निरंतर आना जाना बना हुआ है। एसआइटी टीम भी बार बार में गांव में आ रही है। इस बात को ध्यान में रखते हुए स्वास्थ्य विभाग की टीम शुक्रवार को गांव गई थी। टीम के सदस्य कोरोना वायरस का नमूना लेने चाहते थे, लेकिन स्वजनों ने वापस कर दिया।
यह है मामला
14 सितंबर की सुबह अनुसूचित जाति की पीड़ता को गंभीर हालत मेें स्वजन कोतवाली चंदपा लेकर आए थे। पुलिस ने पीड़िता को जिला अस्पताल भिजवाया, जहां से गंभीर हालत में अलीगढ़ के जेएन मेडिकल कॉलेज में रेफर किया गया था। मां की तहरीर के आधार पर पुलिस ने गांव के ही संदीप पर जानलेवा हमला और एससी-एसटी एक्ट का मुकदमा दर्ज किया था। इधर लड़की की हालत में कई दिन तक सुधार नहीं आया। विवेचना कर रहे सीओ सादाबाद ब्रह्मसिंह ने पीड़िता के बयान दर्ज किए। बयानों के आधार पर मामले में धाराएं बढ़ाईं थीं। इससें संदीप के साथ-साथ उसके तीन अन्य साथियों को भी नामजद किया गया। पुलिस चारों आरोपितों को जेल भेज चुकी है। जेएन मेेेेेडिकल से पीड़िता को दिल्ली के सफदरजंग में रेफर कर दिया था। मंगलवार को पीड़िता की मौत हो गई थी। मंगलवार देर रात प्रशासन ने हाथरस के गांव बूलगढ़ी में अंतिम संस्कार कर दिया था। रात मेंं पुलिस द्वारा जबरन अंतिम संस्कार करने के विरोध में वाल्मीकि समाज-कांग्रेसी व पुलिस के बीच पथराव हो गया था। पुुुुुलिस ने लाठीचार्ज किया था।