Mission Shakti : दीपावली के बाद देनी होगी 'शक्ति' की रिपोर्ट, जानिए मामला Aligarh news
अलीगढ़ जागरण संवाददाता। बेटियों को मजबूत करने के लिए शासन की ओर से मिशन शक्ति कार्यक्रम सभी स्कूलों व कालेजों में चलाया गया है। कोरोना संक्रमण काल से मुक्ति मिलने के बाद विशेष मिशन शक्ति अभियान भी शैक्षिक संस्थानों में चलाया गया है।
अलीगढ़, जागरण संवाददाता। बेटियों को मजबूत करने के लिए शासन की ओर से मिशन शक्ति कार्यक्रम सभी स्कूलों व कालेजों में चलाया गया है। कोरोना संक्रमण काल से मुक्ति मिलने के बाद विशेष मिशन शक्ति अभियान भी शैक्षिक संस्थानों में चलाया गया है। इसके तहत बेटियों को आत्मरक्षा का प्रशिक्षण भी दिया गया और उनको बालिका सुरक्षा अधिकारों के बारे में भी जानकारी दी गई। साथ ही किसी भी समस्या में आने पर किस हेल्पलाइन पर फोन करना है इसके बारे में भी बताया गया। अब स्कूल संचालक दीपावली के बाद मिशन शक्ति के अंतर्गत कराई गई गतिविधियों की रिपोर्ट शासन को सौंपेंगे। माध्यमिक व बेसिक शिक्षा विभाग के स्कूल कालेजों की ओर से रिपोर्ट तैयार करके शासन को भेजी जाएगी।
आदेश और मिशन को जोड़कर बेटियों को बनाएं मजबूत
यूपी बोर्ड की ओर से बेटियों को आत्मरक्षा का प्रशिक्षण देने के संबंध में पहले से ही व्यवस्था की गई थी। अब इस आदेश और मिशन दोनों को जोड़कर बेटियों को मजबूत बनाने का सपना साकार किया जा रहा है। इस संबंध में अधिकारियों की ओर से आदेश भी जारी किए गए। बेटियों की सुरक्षा व उनको आत्मनिर्भर बनाने के लिए शासन की ओर से कई कार्यक्रम कराए जा रहे हैं। मिशन शक्ति अभियान भी चलाया गया है। अभी कुछ दिन पहले ही माध्यमिक विद्यालयों में विशेष मिशन शक्ति अभियान चलाया गया है। इसके तहत छात्राओं व बेटियों को आत्मरक्षा के गुर भी सिखाए जाएंगे। बेटियों की भागीदारी कुछ संस्थानों से कम है तो कुछ संस्थानों से ज्यादा है। ज्यादा संख्या में बेटियां आत्मरक्षा का प्रशिक्षण लें और विषम परिस्थितियाें का सामना कर सकें, इसके लिए शासन स्तर से नई योजना शुरू की जा रही है। इसका लाभ बेटियों को मिलेगा। साथ ही शिक्षिकाएं भी इसके प्रति जागरूक होंगी।
जिले में 13 कस्तूरबा गांधी बालिका आवासीय विद्यालय
वहीं दूसरी ओर अभी बेसिक शिक्षा परिषद के स्कूलों व कस्तूरबा गांधी आवासीय बालिका विद्यालयों मेें भी मिशन शक्ति अभियान चलेगा। यहां कक्षा छह से आठवीं तक की छात्राएं पढ़ती हैं। जिले में 13 कस्तूरबा गांधी बालिका आवासीय विद्यालय हैं। इनमें प्रति विद्यालय 100 छात्राओं के हिसाब से 1300 छात्राएं अध्ययन करती हैं। अब पढ़ाई शुरू होने के साथ ही उनको आत्मरक्षा का प्रशिक्षण भी दिया जाएगा। माध्यमिक विद्यालयों की छात्राओं को अभियान के तहत ताइक्वांडो सिखाने की व्यवस्था की गई है। छात्राओं को ताइक्वांडो के विशेषज्ञ प्रशिक्षकों के जरिए इस विधा का ज्ञान कराया जाएगा। इसको मिशन शक्ति कार्यक्रम के तहत जोड़कर किया जाएगा। हर छात्रा को यह प्रशिक्षण दिलाया जाना अनिवार्य किया गया है। इसकी रिपोर्ट भी अफसरों के पास भेजी जाएगी। रिपोर्ट भी फोटो आख्या के साथ देने के निर्देश जारी किए गए हैं।
इनका कहना है
डीआइओएस डा. धर्मेंद्र कुमार शर्मा ने कहा कि छात्राओं को आत्मरक्षा के गुर सिखाए जाने की व्यवस्था की गई, अब इसकी रिपोर्ट शासन को भेजी जाएगी। दीपावली बाद विद्यालय खुलने पर सभी प्रधानाचार्यों को इस संबंध में पत्र जारी किया जाएगा।