अलीगढ़ में अप्रैल में होगी धर्म संसद, देश-धर्म की रक्षा के लिए अधिक बच्चे पैदा करने की अपील
डा. अनन्नपूर्णा भारती ने बताया कि अलीगढ़ में चुनाव के बाद धर्म संसद की तैयारी तेज कर दी जाएगी। यह धर्म संसद एतिहासिक होगा इसका संदेश पूरे देश में जाएगा। उन्होंने कहा कि शास्त्र के अनुसार शस्त्र उठाना कतई गलत नहीं है।
अलीगढ़, जागरण संवाददाता। सनातन हिंदू सेवा संस्थान की ओर से होने वाली धर्म संसद की आगामी तिथि घोषित कर दी गई है। अब यह धर्म संसद दो और तीन अप्रैल को होगी। पहले 22 और 23 जनवरी को आयोजित की गई थी, मगर कोरोना को देखते हुए धर्म संसद को स्थगित कर दिया गया था। बैठक में हिंदुओं से अपील की गई कि अधिक बच्चे पैदा करें, जिससे देश-धर्म की रक्षा हो सके।
अलीगढ़ में धर्मसंसद की तिथि घोषित
रविवार को नौरंगाबाद स्थित सनातन हिंदू सेवा संस्थान की ओर से आयोजित नौ दिवसीय मां बगलामुखी यज्ञ में धर्म संसद की तिथि की घोषणा की गई। संस्थान की संस्थापिका डा. अन्नपूर्णा भारती ने बताया कि वर्चुअल बैठक आयोजित की गई, जिसमें हरिद्वार समेत देश के कई स्थानों से संत जुड़े। संयोजक शांभवी पीठाधीश्वर स्वामी आनंद स्वरुप महाराज ने कहा कि हमारी प्राथमिकता है प्रदेश में हिंदुत्ववादी सरकार बनवाना। इसलिए सभी कार्यकर्ता योगी के समर्थन में कार्य करें। चुनाव के बाद दो और तीन अप्रैल को अलीगढ़ में धर्म संसद आयोजित की जाएगी। डा. अनन्नपूर्णा भारती ने बताया कि अलीगढ़ में चुनाव के बाद धर्म संसद की तैयारी तेज कर दी जाएगी। यह धर्म संसद एतिहासिक होगा इसका संदेश पूरे देश में जाएगा। उन्होंने कहा कि शास्त्र के अनुसार शस्त्र उठाना कतई गलत नहीं है। बैठक में ही धर्म संसद कोर कमेटी के प्रतिनिधि स्वामी सागर सिंधु महाराज ने कहा कि सनातन धर्म योद्धाओं की देश को जरूरत है। इसलिए हिंदुओं को अधिक से अधिक बच्चे पैदा करना चाहिए, जिसमें एक बच्चे को धर्म योद्धा बनाएं, जिससे देश-धर्म की रक्षा हो सके। स्वामी विनोद महाराज ने कहा कि ऋषि परंपरा के अनुसार संतों को भी बच्चे पैदा करना चाहिए। जिससे राष्ट्र की रक्षा हो सके। शस्त्र और शास्त्र दोनों ही देश के सर्वांगीण विकास में सहायक होते हैं। बैठक में निर्णय लिया गया कि प्रत्येक महीने में विभिन्न प्रांतों में धर्म संसद आयोजित होती रहेगी। कार्यकम में कवि अशोक अंजुम एवं कवि वेद प्रकाश मणि ने कविताओं से जोश भरा। एहसास के चेयरमैन डा. आरआर आजाद ने कहा सामाजिक परिवर्तन के लिए बुद्धिजीवी एवं साहित्यकारों को आगे आना होगा। अभिषेक गुप्ता, हर्ष, आशीष, राजीव भोला, मनोज सैनी, हरिशंकर शर्मा, अनिल वर्मा, जयवीर शर्मा आदि थे।
मुस्तफा के बयान की कड़ी निंदा
पंजाब के पूर्व डीजीपी माेहम्मद मुस्तफा के बयान की संतों ने कड़ी निंदा की। मुस्तफा ने अभी हाल में कहा था कि उनके जलसे के सामने यदि हिंदुओं को जलसा करने की अनुमति दी गई तो ऐसे हालात पैदा कर देंगे कि हिंदुओं का संभलना मुश्किल हो जाएगा। मुस्तफा कांग्रेस नेता नवजोत सिंह सिद्दू के सलाहकार भी हैं। डा. अन्नपूर्णा ने कहा कि यूपी में मुस्तफा जा जाएं तो ऐसे बयान देना भूल जाएंगे।