फोटो व राइटअप के जरिए खुलेगी आयोजनों की हकीकत, जानिए मामला Aligarh News
कारगिल विजय दिवस मनाए जाने के आदेश जारी किए गए हैं। मगर कारगिल विजय दिवस के उपलक्ष्य में किए गए कार्यक्रमों को लगन व अनिवार्यता के साथ कराना है। क्योंकि अन्य क्रियाकलापों व गतिविधियों में रिपोर्ट सख्ती से नहीं मांगी गई थी।
अलीगढ़, जेएनएन। शासनस्तर से तमाम विशेष अवसरों पर कार्यक्रमों को कराने के आदेश-निर्देश जारी किए जाते हैं। चाहें सरकारी दफ्तर हों या विद्यालय हों, हर कहीं आयोजनों को प्रमुखता से कराने के आदेश जारी होते हैं। मगर सच्चाई में आयोजनों को लेकर तत्परता न दिखाने के चलते किसी आयोजन के प्रति वृहद माहौल नहीं बन पाता है। मगर आयोजनों को सफलतापूर्वक कराने में आगे रहने की होड़ जरूर लगती है।जब बात देश के जवानों के लिए कार्यक्रम करने की हो तो आदेश ही नहीं बल्कि इसकी निगरानी भी कड़े स्तर पर करने का कदम जिले में उठाया गया है। यह कदम माध्यमिक शिक्षा विभाग के अफसरों की ओर से उठाया गया है।
यह है मामला
माध्यमिक विद्यालयों में पहले चौरी-चौरा समारोह व देश की आजादी के उपलक्ष्य अमृत महोत्सव मनाने के आदेश जारी किए गए थे। इनको विद्यालयों में कराया भी गया। मगर अब इस अमृत महोत्सव उपलक्ष्य में कारगिल विजय दिवस मनाए जाने के आदेश जारी किए गए हैं। मगर कारगिल विजय दिवस के उपलक्ष्य में किए गए कार्यक्रमों को लगन व अनिवार्यता के साथ कराना है। क्योंकि अन्य क्रियाकलापों व गतिविधियों में रिपोर्ट सख्ती से नहीं मांगी गई थी। मगर जब देश के वीर जवानों के संबंध में आयोजन होने हों तो उसकी रिपोर्ट भी कड़ाई से मांगी गई है। जिले में 94 एडेड, 35 राजकीय व करीब 625 वित्तविहीन विद्यालय हैं। इनमें कारगिल विजय दिवस के उपलक्ष्य में 26 जुलाई 2021 को भव्य रूप से मनाते हुए भाषण, देशभक्ति कविताएं, नाटक के अलावा शहीदों के परिजनों को आमंत्रित कर सम्मानित करने और स्वतंत्रता सेनानियों को सम्मानित करने की गतिविधियां की जाएंगी। मगर अफसरों ने सभी प्रधानाचार्यों को सख्त आदेश दिए हैं कि किए गए हर कार्यक्रम की फोटो आख्या देनी जरूरी है। साथ ही उस कार्यक्रम का राइटअप भी तैयार कर डीआइओएस कार्यालय में पेश करना होगा। अन्यथा की स्थिति में लापरवाही करने वालों पर कार्रवाई की जाएगी।
इनका कहना है
डीआइओएस डा. धर्मेंद्र कुमार शर्मा ने कहा है कारगिल विजय दिवस के मौके पर किए गए कार्यक्रमों के बारे में रिपोर्ट अनिवार्य रूप से सौंपनी है। फाेटो आख्या के साथ कार्यक्रम का राइटअप भी तैयार करके प्रधानाचार्यों को देना अनिवार्य किया है। इस संबंध में किसी ीाी तरह की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी।