वाल्मीकि जयंती पर मंदिरों में किया गया संस्कृत में रामायण पाठ
महर्षि वाल्मीकि जंयती का पर्व शनिवार को हर्षोल्लास के साथ मनाया गया। सुबह प्रमुख मंदिरों में वृदांवन से आए विद्वानों द्वारा संस्कृत में रामायण का पाठ किया गया। तालाब चौराहा स्थित रामदरबार मंदिर में धार्मिक आयोजन का शुभारंभ पूजा-अर्चना के साथ जिलाधिकारी व नगर पालिका अध्यक्ष द्वारा किया गया।
हाथरस, जेएनएन : महर्षि वाल्मीकि जंयती का पर्व शनिवार को हर्षोल्लास के साथ मनाया गया। सुबह के समय प्रमुख मंदिरों में वृदांवन से आए विद्वानों द्वारा संस्कृत में रामायण का पाठ किया गया। तालाब चौराहा स्थित रामदरबार मंदिर में इस धार्मिक आयोजन का शुभारंभ विधिवत् पूजा-अर्चना के साथ जिलाधिकारी प्रवीन कुमार लक्षकार व नगर पालिका अध्यक्ष आशीष शर्मा द्वारा संयुक्त रूप से किया गया। इस मौके पर प्रशासनिक अधिकारियों के अलावा ईओ डा. विवेकानंद गंगवार आदि अधिकारी मौजूद थे। यह कार्यक्रम देहात के सिकंदराराऊ, सादाबाद, सासनी आदि तहसीलों में भी मनाया गया।
नगर पालिका द्वारा की गयी तैयाारियां
महर्षि वाल्मीकि जयंती का पर्व प्रशासन द्वारा भी मनाया जा रहा है। इसके लिए शहर में नगर पालिका द्वारा व्यापक तैयारियां की गई थीं। सुबह के समय नौ बजे से शहर के प्रमुख मंदिरों पर संस्कृत में रामायण पाठ का आयोजन किया गया। नगर पालिका द्वारा शहर में नवगृह मंदिर, नाई का नगला में बाबा बालकदास, सीयल व मोहल्ला कर्र स्थित बाल्मीकि मंदिर सहित शहर के सात मंदिरों पर आयोजन पालिका द्वारा स्थानीय लोगों के सहयोग से कराया गया।
रामदरबार में जिलाधिकारी ने किया रामायण पाठ का शुभारंभ
वाल्मीकि जयंती पर तालाब चौराहा स्थित रामदरबार में संस्कृत में रामायण पाठ के आयोजन का शुभारंभ संयुक्त रूप से जिलाधिकारी प्रवीन कुमार लक्षकार व नगर पालिका अध्यक्ष आशीष शर्मा द्वारा संयुक्त रूप से किया गया।
रामायण पाठ के लिए वृंदावन से आई तीस सदस्यीय टीम संस्कृत में रामायण पाठ के लिए वृंदावन से तीस सदस्यीय टीम आचार्य कृष्णकांत शास्त्री के नेतृत्व में हाथरस आई हुई थी। इसमें बद्री प्रसाद शास्त्री, यदुनंदन आचार्य, विश्वनाथ शास्त्री, अमीर कुमार शास्त्री, ज्ञानेश्वर शास्त्री, कमल शास्त्री, श्रीकृष्ण शास्त्री , सर्वेश्वर शास्त्री, योगेश दुबे आदि शामिल हैं।
दो दिन की जा रही तैयारियां
वाल्मीकि जयंती को भव्य व आकर्षक बनाने के लिए नगर पालिका द्वारा इसके लिए दो दिनों से तैयारियां की जा रही थीं। मंदिरों पर साफ-सफाई के साथ वहां चूना का छिड़काव व सैनिटाइज कराया गया। इसमें ईओ डा. विवेकानंद गंगवार के नेतृत्व में एई डंबर सिंह, संदीप भार्गव, मनीष राम, रामबहादुर सिंह पटेल, संजय शर्मा आदि लगे हुए थे।