अलीगढ़ में नियमों की अनदेखी कर चहेतों को वैक्सीन लगा रहे निजी डाक्टर, चेतावनी जारी Aligarh news
स्वास्थ्य विभाग ने कोविड वैक्सीनेशन के लिए शहर के 13 निजी अस्पतालों को भी अधिकृत किया है। नियमानुसार इस चरण में 45 साल से अधिक आयु के गंभीर मरीज व 60 साल से अधिक आयु के बुजुर्गों को ही वैक्सीन लगाई जानी है।
अलीगढ़, जेएनएन : स्वास्थ्य विभाग ने कोविड वैक्सीनेशन के लिए शहर के 13 निजी अस्पतालों को भी अधिकृत किया है। नियमानुसार इस चरण में 45 साल से अधिक आयु के गंभीर मरीज व 60 साल से अधिक आयु के बुजुर्गों को ही वैक्सीन लगाई जानी है, मगर कई अस्पतालों में नियम की अनदेखी कर अपने चहेतों को वैक्सीन लगाई जा रही है। सामान्य मरीजों को गंभीर बताकर वैक्सीन लगा दी गई। ऐसी शिकायते बढ़ने के बाद स्वास्थ्य विभाग ने संचालकों को चेतावनी जारी की, जांच भी शुरू कर दी है।
नियमों का नहीं हो रहा पालन
पिछले दिनों शहर के कुछ युवा कारोबारियों ने कोविड वैक्सीन लगवाते हुए के फोटो इंटरनेट मीडिया पर पोस्ट कर दिए। इससे टीकाकरण अभियान सवालों के घेरे में आ गया। क्योंकि, पूरे देश में अभी तीसरे चरण का टीकाकरण चल रहा है, जिसमें केवल 45 वर्ष आयु के गंभीर व असाध्य बीमारियों से जुझ रहे लोगों और 60 वर्ष आयु से अधिक उम्र के बुजुर्गों को ही टीका लगाने के निर्देश दिए गए हैं। सरकारी अस्पतालों के अलावा 13 निजी अस्पतालों को भी टीकाकरण करने की अनुमति दी गई है। ये निजी अस्पताल आयुष्मान भारत के पैनल में भी शामिल हैं। हैरानी की बात ये है कि निजी अस्पतालों से लगातार कम उम्र के लोगों को टीका लगाने की शिकायतें मिल रही हैं। पिछले दिनों कई लाभार्थियों ने अपनी फोटो इंटरनेट मीडिया पर पोस्ट की तो उनकी उम्र देखकर अधिकारी भी हैरान रह गए। तत्काल स्वास्थ्य विभाग हरकत में आया और दिशा-निर्देश जारी किए।
अस्पताल संचालकों को पत्र
सीएमओ के निर्देश पर कोविड वैक्सीनेशन (निजी अस्पताल) के नोडल अधिकारी डा. राहुल कुलश्रेष्ठ ने समस्त हास्पिटल संचालकों को पत्र लिखा है। इसमें कहा है कि आपके द्वारा कोविड वैक्सीनेशन में नियमों का पालन नहीं हो रहा। खुद सुपरविजन भी नहीं किया जा रहा। वैक्सीन उपलब्ध कराने के साथ ही लाभार्थी की उम्र के बारे में जानकारी दी जाती है। लेकिन, आपके द्वारा नियमों का उल्लंघन करते हुए 45 वर्ष से कम उम्र के व्यक्तियों को वैक्सीन लगाई गई है।
वायल खोलने से पूर्व अंकित हो समय
नोडल अधिकारी ने कहा कि वैक्सीन वायल खुलने के चार घंटे बाद उसका इस्तेमाल नहीं किया जा सकता। इसलिए वायल को खोलने से पूर्व ही उस पर दिनांक और समय अंकित कर दिया जाए। एक वायल से 20 लोगों को ही वैक्सीनेट किया जाना है।
मांगे दस्तावेज, होगी कार्रवाई
स्वास्थ्य विभाग ने निजी हास्पिटल संचालकों से तिथिवार वैक्सीनेट किए गए व्यक्तियों का विवरण, दिनांक, उम्रवार व संलग्न प्रमाण-पत्र उपलब्ध कराने के निर्देश दिए हैं। स्पष्ट कहा है कि यदि वैक्सीनेशन में अनयिमतिता पाई जाती है तो हास्पिटल पर कठोर कार्रवाई करते हुए आयुष्मान पैनल से बाहर किया जाएगा। हास्पिटल संचालकों से शपथ-पत्र भी भरवाया जा रहा है।