अलीगढ़ जेल में होम्योपैथिक दवा से इम्युनिटी बढ़ा रहे बंदी
हल्दी का दूध और काढ़ा भी दिया जा रहा है। जेल के डाक्टर लगातार बंदियों से उनका हाल-चाल जान रहे हैं जिससे जेल में संक्रमण न फैल सके।
जासं, अलीगढ़ : जेल में होम्योपैथिक दवा से बंदियों की इम्युनिटी बढ़ाई जा रही है। हल्दी का दूध और काढ़ा भी दिया जा रहा है। जेल के डाक्टर लगातार बंदियों से उनका हाल-चाल जान रहे हैं, जिससे जेल में संक्रमण न फैल सके।
जेल में वर्तमान में 3500 कैदी-बंदी हैं। इनमें हाथरस के बंदी भी हैं। कोरोना की बढ़ती रफ्तार को देखते हुए जेल प्रशासन फूंक-फूंक कर कदम रख रहा है। जहां बंदियों को काढ़ा व हल्दी का दूध पिलाया जा रहा है, वहीं उनके इलाज की भी पर्याप्त व्यवस्था की गई है। बंदियों को हल्दी का दूध व काढ़ा दिया जा रहा है। वहीं इम्युनिटी बढ़ाने के लिए होम्योपैथिक दवा दी जा रही है। बीते दिनों समाजसेवी संस्था की ओर से जेल प्रशासन को आर्सेनिक अल्बम दवाई उपलब्ध कराई गई थी। वरिष्ठ जेल अधीक्षक विपिन कुमार मिश्रा ने बताया कि बंदियों को आर्सेनिक अल्बम होम्योपैथिक दवा दी जा रही है। साथ ही हल्दी का दूध व काढ़ा भी दिया जा रहा है।
350 बंदियों का लगे दोनों टीके : जेल में 351 बंदियों को कोवैक्सीन के दोनों टीके लगाए जा चुके हैं। इन्हें पहला टीका मार्च में दिया गया था। दूसरा टीका 28 अप्रैल को लगाया गया। ये सभी बंदी 45 साल से ऊपर की उम्र के हैं। इसी तरह 282 बंदी ऐसे हैं, जिन्हें एक लगा है। इन्हें मई के अंत में या जून की शुरुआत में दूसरा टीका लगाया जाएगा। वरिष्ठ जेल अधीक्षक ने बताया कि युवा बंदियों का भी जल्द टीकाकरण कराया जाएगा। इसके लिए स्वास्थ्य विभाग से संपर्क किया गया है।