अलीगढ़ जेल में बंदी की मौत, स्वजन ने लगाया हत्या का आरोप
विजयगढ़ के शहबाजपुर निवासी 22 वर्षीय शेर सिंह की गांव के श्रीकृष्ण आदि से 11 दिसंबर 2020 को मारपीट हो गई थी। विजयगढ़ पुलिस ने पांच जनवरी को शेर सिंह उसके भाई बबलू संतोष व सत्यप्रकाश को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया। तब से ही चारों भाई जेल में थे।
जासं, अलीगढ़ : जेल में निरुद्ध बंदी की सोमवार रात संदिग्ध हालात में मौत हो गई। स्वजन ने जेल प्रशासन पर मारपीट कर हत्या करने का आरोप लगाते हुए जेल व पोस्टमार्टम हाउस के बाहर हंगामा काटा। बसपा नेताओं ने पहुंचकर निष्पक्ष जांच व कार्रवाई की मांग की।
विजयगढ़ के शहबाजपुर निवासी 22 वर्षीय शेर सिंह की गांव के श्रीकृष्ण आदि से 11 दिसंबर 2020 को मारपीट हो गई थी। विजयगढ़ पुलिस ने पांच जनवरी को शेर सिंह उसके भाई बबलू, संतोष व सत्यप्रकाश को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया। तब से ही चारों भाई जेल में थे। पिता लालाराम ने बताया कि सोमवार शाम उन्हें जेल से फोन पर शेर सिंह की तबीयत बिगड़ने की खबर मिली। वे अलीगढ़ पहुंचे तो उसकी मेडिकल में मौत होने की जानकारी मिली। उन्होंने आरोप लगाया कि दिन में शेर सिंह ने फोन पर बात की थी, तब तक सबकुछ सही था। आरोप लगाया कि जेल प्रशासन ने उनके बेटे के साथ मारपीट की, जिसमें उसकी मौत हो गई। स्वजन ने पहले जेल व बाद में पोस्टमार्टम हाउस के बाहर हंगामा काटा। उनकी पुलिस कर्मियों से भी नोकझोंक भी हुई। सूचना पर पहुंचे बसपा जिलाध्यक्ष रतनदीप सिंह व अन्य पदाधिकारियों ने निष्पक्ष जांच व कार्रवाई की मांग की। सिविल लाइन इंस्पेक्टर रविद्र कुमार दुबे ने पहुंचकर गुस्साए लोगों को शांत कराया। वरिष्ठ जेल अधीक्षक विपिन मिश्रा ने बताया कि शेर की बाथरूम में तबीयत बिगड़ी थी। जेएन मेडिकल कालेज में पहुंचकर मौत हो गई। तीन सदस्यीय डाक्टरों के पैनल ने पोस्टमार्टम रिपोर्ट में मौत का कारण हार्टअटैक बताया गया है। स्वजन के आरोप बेबुनियाद है। घटना के वक्त शेर सिंह के तीनों भाई मौजूद थे।