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यातायात नियमाें के साथ दिया जाएगा व्‍यावहारिक ज्ञान, फिर बनेगा ड्राइविंग लाइसेंस Aligarh News

वाहन चालकों को लाइसेंस देने से पहले प्रशिक्षित किया जाएगा जिसमें वाहन संचालन का व्यावहारिक ज्ञान देने के साथ यातायात नियमों के बारे में भी बताया जाएगा।

By Sandeep SaxenaEdited By: Published: Tue, 11 Aug 2020 08:07 AM (IST)Updated: Thu, 13 Aug 2020 08:18 AM (IST)
यातायात नियमाें के साथ दिया जाएगा व्‍यावहारिक ज्ञान, फिर बनेगा ड्राइविंग लाइसेंस Aligarh News
यातायात नियमाें के साथ दिया जाएगा व्‍यावहारिक ज्ञान, फिर बनेगा ड्राइविंग लाइसेंस Aligarh News

अलीगढ़ जेएनएन: सड़क हादसों के बढ़ते ग्राफ को लेकर चिंतित सरकार ने फैसला लिया है कि वाहन चालकों को लाइसेंस देने से पहले प्रशिक्षित किया जाएगा, जिसमें वाहन संचालन का व्यावहारिक ज्ञान देने के साथ यातायात नियमों के बारे में भी बताया जाएगा। यहां यातायात नियमों के पालन को सिग्नल, संकेतकों की पहचान व गाड़ी पार्किंग करने का भी प्रशिक्षण मिलेगा। प्रशिक्षुओं की परीक्षा होगी, तब प्रमाण पत्र जारी किया जाएगा। इसका फायदा ड्राइविंग लाइसेंस बनवाने, ड्राइवर की नौकरी पाने के लिए आवेदन करने में होगा।
पांच करोड़ की लागत से निर्माण 

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प्रशिक्षण के बाद सर्टिफिकेट
अलीगढ़ में मंडलस्तरीय 
 ड्राइविंग ट्रेनिंग इंस्टीट़़यूट (डीटीआइ) औद्योगिक प्रशिक्षण केंद्र (आइटीआइ) के परिसर में करीब पांच करोड़ की लागत से बन रहा है।  ड्राइविंग लाइसेंस बनवाने से पहले यहां ट्रेन लेनी होगी। इंस्टीट़़यूट के खुलने के बाद ड्राइविंग सीखने के लिए किसी को अनाधिकृत सेंटर के भरोसे नहीं रहना होगा।इंस्टीट़़यूट में दोपहिया व चार पहिया वाहनों के साथ बस, ट्रक जैसे भारी वाहनों को चलाने का भी प्रशिक्षण दिया जाएगा। यहां तीन अलग-अलग ट्रैक बनाए जा रहे हैैं। यहां यातायात नियमों के पालन को सिग्नल, संकेतकों की पहचान व गाड़ी पार्किंग करने का भी प्रशिक्षण मिलेगा। प्रशिक्षुओं की परीक्षा होगी, तब प्रमाण पत्र जारी किया जाएगा। इसका फायदा  ड्राइविंग लाइसेंस बनवाने, ड्राइवर की नौकरी पाने के लिए आवेदन करने में होगा।

अनाधिकृत रूप से चल रहे सेंटर

जिले में 20 से अधिक अनाधिकृत
 ड्राइविंग ट्रेनिंग सेंटर चल रहे हैं। संभागीय परिवहन विभाग में पांच ही पंजीकृत हैं, बाकी अवैध हैं।  
प्राइवेट हाथों में रहेगी कमान
आरटीओ प्रशासन केडी सिंह गौर ने बताया कि इंस्टीट्यूट तैयार होने के बाद प्राइवेट हाथों में सौंपा जाएगा, ताकि बेहतर संचालन हो सके।


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