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मौसम की मार से झुलसने लगा सब्जियों का राजा आलू, जानिए विस्‍तार से

जिले में लगातार गिर रहे तापमान व हल्की बूंदाबांदी ने आलू उत्पादक किसानों की चिंता बढ़ा दी है। मौसम बदलने से तहसील इगलास इलाके के आलू में झुलसा रोग आने लगा है। किसानों को अपनी फसल बर्बाद होने की चिंता सता रही है।

By Sandeep Kumar SaxenaEdited By: Published: Sat, 08 Jan 2022 09:57 AM (IST)Updated: Sat, 08 Jan 2022 09:57 AM (IST)
मौसम की मार से झुलसने लगा सब्जियों का राजा आलू, जानिए विस्‍तार से
हल्की बूंदाबांदी ने आलू उत्पादक किसानों की चिंता बढ़ा दी है।

अलीगढ़, योगेश कौशिक। जिले में लगातार गिर रहे तापमान व हल्की बूंदाबांदी ने आलू उत्पादक किसानों की चिंता बढ़ा दी है। मौसम बदलने से  तहसील इगलास इलाके के आलू में झुलसा रोग आने लगा है। किसानों को अपनी फसल बर्बाद होने की चिंता सता रही है। क्योंकि समय से झुलसा रोग की रोकथाम न होने पर 2-3 दिन में पूरी फसल बर्बाद हो सकती है।

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आलू पैदावार वाले किसान चिंतित

जिले में आलू का करीब 28 हजार हेक्टेयर रकवा है। कृषि विशेषज्ञों की मानें तो आलू में झुलसा रोग आने पर पौधे की पत्तियां झुलस जाती हैं। ऐसा लगता है, जैसे पत्तियां जल गई हों। इस बीमारी से आलू का उत्पादन भी प्रभावित होने की आशंका रहती है। अगेती झुलसा का प्रकोप पत्तियों के सिरे से प्रारंभ होता है। पत्तियों पर भूरे काले रंग के कुंडलाकार छल्लेनुमा धब्बे बनते हैं जो बाद में सूखकर टूट जाते हैं। पिछैती झुलसा (लेट ब्लाइट) के प्रति फसल संवेदनशील होती है। इसका प्रकोप ऊपर की पत्तियों से शुरू होता है। शुरू में किनारे की पत्तियां काली होती हैं। तेजी से इसका प्रकोप पूरी तने से होता हुआ कंद तक पहुंच जाता है। समय से रोकथाम न होने पर 2-3 दिन में पूरी फसल बर्बाद हो सकती है।

कृषि रक्षा इकाई के प्रभारी बीएल शर्मा ने बताया कि ठंड में आलू की फसल में झुलसा रोग का खतरा बढ़ जाता है। किसानों को लगातार फसल की देखभाल करने की जरूरत है। झुलसा रोग फाइटोफ्थोरा नामक फफूंद की वजह से होता है। इसकी रोकथाम के लिए मैंकोजेब 75 प्रति डब्लूपी की डेढ़ से दो किलोग्राम मात्रा या मेटालैक्सिल 8 प्रति मैंकोजेब 64 प्रति की डेढ़ से दो किलोग्राम मात्रा को 700 लीटर पानी में मिलाकर प्रति हेक्टेअर की दर से छिड़काव करें।

12 बीघा में आलू की फसल की है। पूरी फसल झुलसा की चपेट में है। तीन स्प्रे कर चुके हैं देखते हैं कितना फायदा होगा।

निरंजन सिंह

पांच बीघा खेत में आलू की फसल की थी। फसल में झुलसा रोग आ गया है। फसल बर्बाद हो गई तो कुछ नहीं बचेगा।

कारे सिंह

अभी आलू की फसल में झुलसा रोग आना शुरू हुआ है। कुछ पौधों पर ही असर दिख रहा है। बचाव के लिए स्प्रे तो कर दिया है।

कुंवरपाल भगतजीकरीब आधे खेत में ठंड के कारण झुलसा रोग आ गया है। कृषि विशेषज्ञों से राय लेकर उपचार कर रहे हैं। उपचार से लाभ नहीं हुआ तो फसल खराब हो जाएगी।

-पप्पू


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