तालाब बना रामघाट रोड...खतरे में लोग, अधिकारी और जनप्रतिनिधि बेखबर Aligarh news
रामघाट रोड पर पीएसी के पास सड़क तालाब बन गई है। सड़क पर गड्ढों और उखड़ी ईंटें लोगों के लिए खतरनाक बनी हुई हैं। जलभराव के कारण लोग गड्ढों का अंदाजा नहीं लगा पा रहे हैं जिससे दोपहिया वाहन चालक पलटकर गिर रहे हैं।
अलीगढ़, जेएनएन। रामघाट रोड पर पीएसी के पास सड़क तालाब बन गई है। सड़क पर गड्ढों और उखड़ी ईंटें लोगों के लिए खतरनाक बनी हुई हैं। जलभराव के कारण लोग गड्ढों का अंदाजा नहीं लगा पा रहे हैं, जिससे दोपहिया वाहन चालक पलटकर गिर रहे हैं। सोमवार को दिनभर लोग गिरकर चोटिल होते रहे। गड्ढों के चलते वाहनों की लंबी कतार लग गई। दो-दो घंटे तक जाम लगा रहा। तालानगरी, हरदुआगंज और अतरौली के लोग जाम से जूझते रहे। मगर किसी अधिकारी ने सुधि नहीं ली और जनप्रतिनिधियों ने इसकी चिंता नहीं की। राहगीर सुबह से लेकर रात तक परेशान होते रहे।
बढ़ती जा रही आबादी
देवसैनी गांव के सामने (पीएसी के निकट) रामघाट रोड पर डेढ़ साल में आबादी बढ़ती चली गई। रोड के किनारे नाला न होने से लोगों के घरों का पानी सड़क पर आता है, पहले यह पानी खाली प्लांटों में चला जाता था। सड़क पर पानी आने से डेढ़ साल से भीषण जलभराव हो रहा है। इससे तारकोल की सड़क पूरी तरह से उखड़ गई है। गड्ढे को भरने के लिए ईंटें डाल दिए गए हैं, जो उखड़ गए हैं, इससे वाहन चालक अनियंत्रित होकर गिर रहे हैं। इधर, दो दिनों से हो रही बारिश के चलते रामघाट रोड तालाब बन गई। सोमवार को तो स्थिति और विकट हो गई। पानी से लबालब सड़क पर गड्ढों का अंदाजा नहीं लग पा रहा था, इससे दोपहिया वाहन चालक गिरकर घायल हो रहे थे। सुबह से लेकर शाम तक करीब 10 से 15 लोग गिरकर घायल हो गए। वाहनों के रुकने से दिन में जाम लग गया। लोग एक-एक घंटे जाम में फंसे रहे। सड़क के किनारे भी कीचड़ और गड्डा है, जिसे फुटपाथ से भी लोग नहीं निकल पा रहे हैं। सड़क किनारे रह रहे लोग भी फंसे हुए हैं। रात में तो इस मार्ग से निकलना ही मुश्किल हो गया।
मुरादाबाद-बरेली जाने वाले लोगों को हो रही दिक्कत
इस मार्ग से होकर लोग मुरादाबाद, बरेली निकलते हैं। वैसे भी अतरौली, रामघाट, राजघाट और नरौरा जाने वाले लोगों को भी दिक्कत हो रही है। उधर, जलभराव से निकट देवसैनी गांव से लोग निकलना शुरू कर दिया है। इससे लोगों को दो किमी लंबा घूमकर फिर बंबे से रामघाट रोड पर आना पड़ रहा है। गांव में भी बारिश के चलते भीषण कीचड़ हो गई है। इससे लोग वहां भी फिसलकर गिर रहे हैं। उधर, देवसैनी गांव में ट्रैफिक बढ़ने से गांव के लोग परेशान हो रहे हैं।
इनका कहना है
मंगलवार को मैं स्वयं मौके पर जाऊंगा और स्थिति को देखूंगा। अधिकारियों से भी बात करूंगा। मंगलवार को ही जलभराव की समस्या से निजात दिलाया जाएगा।
चौधरी ऋषिपाल सिंह, जिलाध्यक्ष भाजपा
मेरे पास भी तमाम शिकायतें आ रही थीं। मैंने टीम भेजकर पहले पानी निकासी का रास्ता तलाशने के निर्देश दिए हैं। मंगलवार को कच्ची नाली बनवाकर पानी निकासी का रास्ता बनवाया जाएगा, जिससे फौरी तौर पर राहगीरों को रास्ता मिल सके। एडीए यदि नाला बना देता है तो पीडब्ल्यूडी तुरंत सड़क बनवा देगा। क्योंकि नाला बनवाना पीडब्ल्यूडी के अधिकार क्षेत्र में नहीं है।
एमएच सिद्दीकी, मुख्य अभियंता, पीडब्ल्यूडी
26 जून को जिला उद्योग बंधु की बैठक में इस मुद्दे को मैने उठाया था। डीएम ने एडीए और पीडब्ल्यूडी को निर्देशित किया था कि पहले सड़क और नाले का निर्माण किया जाए, मगर आजतक निर्माण नहीं हुआ। सोमवार को स्थिति इतनी खराब हो गई कि लोगों का निकलना मुश्किल हो गया। ऐसे तो कभी भी बड़ा हादसा हो सकता है।
गौरव मित्तल, लघु उद्योग भारती जिलाध्यक्ष
रामघाट रोड पर दो घंटे जाम में फसां रहा हूं। घर से निकलते समय 100 बार सोचना पड़ता है। अधिकारी से लेकर नेता तक सभी आंख मूंदे हुए हैं, इतना खतरनाक रास्ता बन गया है कि कभी भी कोई हादसा हाे सकता है। जलभराव के चलते गड्ढे समझ में नहीं आ रहे हैं लोग गिरकर घायल हो रहे हैं।
सिद्धार्थ मोहन, विहिप नेता