पंचायत चुनाव को लेकर राजनीतिक दलों ने कसी कमर, देहात में बढ़ाई सक्रियता Aligarh News
जनीतिक दलों ने कसी कमर कस ली है। राजनीतिक दलों ने देहात में सक्रियता दी है। सपा बसपा व भाजपा प्रत्याशियों के नाम पर अंतिम मुहर लगाने के लिए पूरी तैयारी कर ली है। त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव का बिगुल फूंक चुका है।
By Sandeep Kumar SaxenaEdited By: Published: Wed, 31 Mar 2021 02:55 PM (IST)Updated: Wed, 31 Mar 2021 02:55 PM (IST)
अलीगढ़, जेएनएन। पंचायत चुनाव को लेकर राजनीतिक दलों ने कसी कमर कस ली है। राजनीतिक दलों ने देहात में सक्रियता दी है। सपा बसपा व भाजपा प्रत्याशियों के नाम पर अंतिम मुहर लगाने के लिए पूरी तैयारी कर ली है। त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव का बिगुल फूंक चुका है। इसके लिए सियासी सरगर्मियां तेज हो गई हैं। बसपा भी अपनी पार्टी के समर्थित प्रत्याशियों को उतारने जा रही है। फार्मूला सोशल इंजीनियरिंग का होगा। पार्टी पांच अप्रैल तक अपने जिला पंचायत सदस्य व क्षेत्र पंचायत सदस्य घोषित करेगी। जिला पंचायत के लिए 10 से 12 दावेदारों के नाम घोषित किए जाएंगे।
फार्मूला सोशल इंजीनियरिंग
त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव को लेकर बसपा पूरी तरह मुस्तैद है। पार्टी के दिग्गजों ने गांव-गांव नीला झंडा लहराने के लिए ब्लयू बिग्रेड को जुटाया है। जिला पंचायत सदस्य व क्षेत्र पंचायत सदस्य के प्रत्याशियों के चयन में किसी भी प्रकार की चूक न हो, इसके लिए तैयारी कर ली गई है। जिलाध्यक्ष रतन दीप सिंह ने प्रत्याशी चयन के लिए गठित पैनल से नाम मांगे हैं। पैनल साथ ही इनसे दावेदारों में ऐसा चेहरा तलास करना होगा, जो सर्वमान्य हो। पार्टी के प्रति उसका संघर्ष, खुद के समाज पर मजबूत पकड व सोशल इंजीनियरिंग का मांप दंड होगा।
बसपा समर्थित सदस्यों के सहयोग से ही पिछले तीन बार से जिला पंचायत अध्यक्ष निर्वाचित हुए हैं। पार्टी को इस बार इस पद को बरकरार रखने के लिए बड़ी सियासी चुनौती का सामना करना होगा। इस पर बसपा के लिए समीकरण बदले हुए हैं।
बसपा इस बार प्रत्याशी चयन में किसी प्रकार का चूक करना नहीं चाहती। इसके लिए पार्टी ने ठोस रणनीति तैयार की है।
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