समाजवादी पार्टी व बहुजन समाज पार्टी के गठबंधन से अलीगढ़ में बदल गए सियासी समीकरण
सपा-बसपा गठबंधन में सियासी समीकरण बदल गए हैं। 1993 के बाद दोनों दल एक साथ फिर मैदान में हैं।
अलीगढ़ (जेएनएन)। सपा-बसपा गठबंधन में सियासी समीकरण बदल गए हैं। 1993 के बाद दोनों दल एक साथ फिर मैदान में हैं। तब दोनों ही दलों का खास वजूद न होने के बावजूद गठबंधन ने भाजपा को हराकर गंगीरी सीट कब्जा ली थी। शहर, कोल व खैर में गठबंधन प्रत्याशी दूसरे और अतरौली, इगलास व बरौली में तीसरे स्थान पर रहा। 2014 के लोकसभा चुनाव नतीजों पर नजर डालें तो मोदी लहर में भी दूसरे व तीसरे पर रहे।
भाजपा की राह में मुश्किलें
मोदी लहर में भाजपा ने पिछले लोकसभा चुनाव में जीत का परचम लहराया। भाजपा के सतीश गौतम को 5 लाख 14 हजार 622 मत मिले। बावजूद, बसपा के डॉ. अरविंद कुमार को 2 लाख 27 हजार 886 व सपा के जफर आलम को 2 लाख 26 हजार 284 (कुल 454170) मत मिले। इसी तरह हाथरस सीट पर भाजपा के राजेश दिवाकर को 5 लाख 44 हजार 277 मत पाकर इतिहास रचा। बसपा के मनोज सोनी को 2 लाख 17 891, सपा के रामजीलाल सुमन को एक लाख 80 हजार 891, रालोद के निरंजन सिंह धनगर को 86 हजार 109 मत (तीनों को कुल 4 लाख 84 हजार 891) मिले। इस तरह दोनों दलों के मतों को मिला लें तो अलीगढ़ सीट पर भाजपा की जीत का अंतर 1.37 लाख व हाथरस सीट पर 1.45 लाख रहा।
गठबंधन में खोला था खाता
सियासी वजूद तलाश रहे सपा-बसपा ने 1993 में एक साथ चुनाव लड़ा। उस समय भी भाजपा की लहर थी। गठबंधन में गंगीरी सीट पर वीरेश्वर सिंह ने भाजपा के डा. राम सिंह को हराकर सपा का खाता खोला। अतरौली सीट पर कल्याण को हराने के लिए गठबंधन ने अंदरखाने कांग्र्रेस के अनवार खान को समर्थन किया। सपा के राधेश्याम तीसरे स्थान पर रहे। शहर सीट पर बसपा के अब्दुल खालिक ने भाजपा के कृष्ण कुमार नवमान (जीते) को कड़ी टक्कर दी। तब कांग्र्रेस के विवेक बंसल चौथे स्थान पर रहे थे। कोल सीट पर भाजपा के किशनलाल दिलेर जीते थे। बसपा प्रत्याशी श्याम सुंदर दूसरे स्थान पर रहे। इगलास सीट पर सपा प्रत्याशी मलखान सिंह (तीसरा स्थान) जीत तो नहीं पाए, मगर भाजपा प्रत्याशी विक्रम सिंह ङ्क्षहडोल को हराकर कांग्र्रेस के विजेंद्र सिंह का खाता खुलवा दिया। बरौली सीट पर भाजपा के मुनीष गौड़ चुनाव जीते। बसपा के साहब सिंह तीसरे स्थान पर रहे।
अलीगढ़ लोकसभा सीट पर मत विभाजन (विधानसभा चुनाव-2017)
सीट भाजपा सपा-बसपा
शहर 113752 124019
कोल 93814 80760
अतरौली 115397 109471
बरौली 125545 104020
खैर 124198 60973
हाथरस लोकसभा सीट में मत विभाजन (विधानसभा चुनाव-2017)
सीट भाजपा सपा-बसपा
हाथरस 133840 90488
सादाबाद 36134 120365
सिकंदराराऊ 76129 121097
छर्रा 110738 108463
इगलास 128000 74134
क्या कहते हैं सपा -बसपा के जिला अध्यक्ष
बसपा के जिला अध्यक्ष तिलकराज यादव का कहना है कि सपा से गठबंधन से कार्यकर्ताओं में उत्साह है। लोकसभा चुनाव में गठबंधन के प्रत्याशी को जिताने में कोई कसर नहीं छोड़ेंगे। सपा के जिला अध्यक्ष अशोक यादव का कहना है कि गठबंधन खुशी की बात है। यही तहेदिल से चाहते थे। अब अलीगढ़-हाथरस से गठबंधन का प्रत्याशी ही जीतेगा।
गठबंधन पर खुश, गले मिलकर बांटी मिठाई
लोकसभा चुनाव के मद्देनजर सपा-बसपा में गठबंधन की घोषणा का दोनों दलों के नेताओं ने स्वागत किया। एक-दूसरे के यहां पहुंचकर मिठाई खिलाई। गले मिलकर गिले-शिकवे भुलाए। वहीं भाजपा समेत कई दलों ने गठबंधन पर सवाल खड़े किए हैं। आगरा रोड स्थित बसपा के मुख्य जोन इंचार्ज रणवीर सिंह कश्यप के आवास पर सपा व बसपा के वरिष्ठ नेताओं की संयुक्त बैठक में बसपा की राष्ट्रीय अध्यक्ष मायावती व सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव का आभार व्यक्त किया। एक सुर में गठबंधन को समय की जरूरत बताया। यह डॉ. आंबेडकर व डॉ. लोहिया के विचारों का मिलन है। सपा जिलाध्यक्ष अशोक यादव, विनोद सविता, अज्जू इशहाक, जस्सू शेरवानी, बादशाह खान, शाकिर अंसारी, राजेश यादव, राजेश गौड़, बसपा से रणवीर सिंह कश्यप, गजराज विमल, जिलाध्यक्ष तिलकराज यादव, रोशनलाल माहौर, प्रमोद गौड़, मुकेश चंद्रा, रघुवीर सिंह ऊषवा, जितेंद्र राही, रतनदीप सिंह, अर्जुन स्वामी, अशोक सिंह आदि मौजूद रहे।
महापौर ने कैंप कार्यालय पर जश्न
महापौर मोहम्मद फुरकान के कैंप कार्यालय पर गठबंधन की खुशी में मिठाई बांटी गई। उन्होंने कहा कि अब सपा-बसपा मिलकर भाजपा को सत्ता से बेदखल करने का काम करेंगी। बसपा महानगर अध्यक्ष अशोक सिंह एडवोकेट ने कहा कि यह गठबंधन अब देश की दिशा और दशा तय करेगा। पूर्व डिप्टी मेयर के आवास पर जुटे नेता : गठबंधन की खुशी में पूर्व डिप्टी मेयर भगवान देवी के आवास पर दोनों दलों के नेताओं ने एक-दूसरे को मिठाई खिलाई। यहां सपा नेता राजेश सैनी, युवा बसपा नेता रतनदीप सिंह ने कहा कि सर्वसमाज गठबंधन से खुश है। मुनीष अहमद गाजी ने भी विचार रखे।
भाजपा नहीं हारी तो माया-अखिलेश होंगे जिम्मेदार : सुनील
लोकदल के राष्ट्रीय अध्यक्ष सुनील सिंह ने कहा कि अखिलेश व मायावती वास्तविकता से भटक रहे हैं। कांग्र्रेस व अन्य दलों को गठबंधन से अलग कर भाजपा को हराने का उनका इरादा दिवास्वप्न से अधिक कुछ नहीं। दोनों दलों का अहंकार उन्हें जमीनी हकीकत नहीं देखने दे रहा। 2019 के चुनाव में भाजपा की शिकस्त नहीं हुई तो यही नेता जिम्मेदार होंगे। चुनाव में लोकदल तीसरा विकल्प देकर इन अहंकारी नेताओं की आंखें खोल देगा।
चोर-चोर मौसेरे भाई : रक्षपाल
प्रगतिशील समाजवादी पार्टी (लोहिया) के मंडल प्रभारी डॉ. रक्षपाल सिंह ने कहाकि यह मौकापरस्त व सिद्धांत विहीन गठबंधन है। इसे उन्होंने चोर-चोर मौसेरे भाई की संज्ञा दी।
इन्होंने जताई खुशी : सपा-बसपा के गठबंधन पर समाजवादी अल्पसंख्यक सभा के जिलाध्यक्ष शहजाद अल्वी, सपा के प्रदेश सचिव सलमान शाहिद, बसपा के वरिष्ठ नेता सूरज सिंह, ख्वाजा हसन जिब्रान, पार्षद रिजवान मिंटो, प्रशांत कुमार वाल्मीकि, अवतार सिंह अरोरा, रामबाबू सिंह तोमर, उमेश श्रीवास्तव आदि ने खुशी जाहिर की।