पंचायत चुनाव का आरक्षण लागू होते ही ''एक्शन मोड'' पर पुलिस Aligarh News
जिले में होने वाले त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव को लेकर प्रशासन के साथ ही पुलिस स्तर से भी तैयारियां शुरू हो गई हैं। ग्राम प्रधान क्षेत्र पंचायत व जिला पंचायत पदाें का आरक्षण लागू होते ही पुलिस एक्शन मोड पर आ गई है।
अलीगढ़, जेएनएन। जिले में होने वाले त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव को लेकर प्रशासन के साथ ही पुलिस स्तर से भी तैयारियां शुरू हो गई हैं। ग्राम प्रधान, क्षेत्र पंचायत व जिला पंचायत पदाें का आरक्षण लागू होते ही ''पुलिस एक्शन मोड'' पर आ गई है। एसएसपी दफ्तर स्थित चुनाव सेल में भी सक्रियता बढ़ गई है। हर बार की तरह इस बर भी ग्राम पंचायत, क्षेत्र पंचायत (बीडीसी) व जिला पंचायत के चुनाव साथ-साथ कराए जाएंगे। हालांकि अभी चुनाव की संभावित तिथि घोषित नहीं हुई है, लेकिन माना जा रहा है कि चुनाव अप्रैल तक कराए जाएंगे। पार्टीबंदी व रंजिश पर नजर
लोकसभा व विधानसभा चुनाव के बाद पंचायत चुनाव बेहद संवेदनशील होते हैं। चुनाव में एक-एक वोट का महत्व होता है। चुनाव में उतरने वाले दावेदार हर तरह के दांव-पेंच खेलते हैं। गांवों की राजनीति में पार्टीबंदी हावी रहती है और यही झगड़े का कारण भी बनती है। ये झगड़े अकसर बड़ा रूप ले लेते हैं। चुनावों से पहले और बाद तक चुनावों की रंजिश निकाली जाती है। पिछले चुनावों के दौरान हुई वारदातों से पुलिस सबक लेने का प्रयास कर रही है। इन्हीं सब स्थितियों को देखते हुए पुलिस इस बार चुनाव के दौरान हुए विवादों की जानकारी करने के साथ ही गांवों की पार्टीबंदी पर पूरी तरह से नजर रख रही है। छोटे-बड़े झगड़े, भूमि विवाद और अन्य विवादों के अलावा गांवों की आबादी, जातिगत आंकड़ों व संवेदनशीलता को भी ध्यान में रख रही है।
खुरापातियों पर पहली नजर
पंचायत चुनावों को लेकर अभी से सतर्कता बरती जा रही है। आईजी स्तर से मंडल भर व एसएसपी स्तर से जिले के थानेदारों को गांवों में पार्टीबंदी, भूमि विवादों के अलावा खुरापातियों की गतिविधियों पर नजर रखने के साथ ही उनके खिलाफ उन्हें निजी मुचलकाें पर पाबंद करने व उनके खिलाफ निरोधात्मक कार्रवाई करने के निर्देश दिए हैं। पुलिस का प्रयास है कि इस कार्रवाई से गांवों में होने वाले विवादों की संभावनाओं को कम किया जाए। पुलिस की रडार पर ऐसे अराजक तत्व हैं जो वोटरों को धमकाने, प्रलोभन देने व आपराधिक वारदातों में शामिल रह चुके हैं और उन पर मुकदमे दर्ज हैं। अवैध शराब की बिक्री व बांटने पर भी पुलिस नजर रखेगी।
खुफिया व क्राइम ब्रांच भी सक्रिय
चुनाव सेल के गठन के बाद खुफिया विभाग(एलआइयू),क्राइम ब्रांच भी सक्रिय हो गई है। जिले में संवेदनशील स्थलों को चिह्नित करने के बाद चुनाव में उसी के अनुपात में फोर्स की व्यवस्था की जाएगी।
त्रिस्तरीय पंचायत चुनावों की तैयारियां शुरू हो चुकी हैं। संवदेनशील ग्राम पंचायतों को चिह्नित किया जा रहा है। गड़बड़ी करने वालों के खिलाफ निरोधात्मक कार्रवाई की जा रही है।
- शुभम पटेल, एसपी देहात