मुठभेड़ में फरार बदमाशों के साथियों को डेढ़ माह बाद भी नहीं खोज पाई पुलिस Aligarh news
लोधा पुलिस ने 22 फरवरी को मुकटपुर बंबे की पुलिया पर संदिग्ध वाहनों व लोगों की चेकिंग के दौरान दो संदिग्ध व्यक्तियों को बुलेट पर सवार होकर आते देखा। टीम ने उन्हें रुकने को कहा तो दोनों वापस भागने लगे।
अलीगढ़, जेएनएन : लोधा क्षेत्र में डेढ़ माह पूर्व बदमाशों से हुई मुठभेड़ में पकडे गए बदमाशों के फरार साथियों को पुलिस अब तक नहीं पकड़ सकी है। इसके लिए दो टीमें उनकी सुरागरसी व धरपकड़ में जुटी हुई हैं।
22 फरवरी को हुई थी मुठभेड़
लोधा पुलिस ने 22 फरवरी को मुकटपुर बंबे की पुलिया पर संदिग्ध वाहनों व लोगों की चेकिंग के दौरान दो संदिग्ध व्यक्तियों को बुलेट पर सवार होकर आते देखा। टीम ने उन्हें रुकने को कहा तो दोनों वापस भागने लगे। पीछा किया तो हमलावर हो गए और तमंचे से फायरिंग शुरू कर दी। खुद का बचाव करते हुए पुलिस ने घेराबंदी कर जवाबी फायरिंग की। जिसमें दोनों बदमाश पैर में गोली लगने से घायल हो गए। बदमाशों के पास से एक-एक तमंचा,पांच कारतूस, पांच खोखे बरामद हुए। पकड़े गए बदमाशों में जमील अहमद व आजाद पुत्र छंगा उर्फ अयूब निवासी नगला भीमा मेवाती नगला, सासनी (हाथरस) शामिल थे।
लूट की कई घटनाओं को दिया था अंजाम
बदमाशाें ने 15 फरवरी को इलाके के ही नेहरा गांव में धर्मवीर शर्मा के परिवार को बंधक बनाकर सात पशुओं को लूटने के साथ ही लाखों रुपये का माल बटोरकर ले गए थे। बदमाशों ने लोधा, हरिदासपुर व मडराक में पशुओं की चोरी की घटनाओं में साथियों के साथ शामिल होना स्वीकारा था। नेहरा गांव में पशु लूटपाट के अगले दिन ही किसान धर्मवीर शर्मा की सदमे में मौत भी हो गई थी। मुठभेड़ में पकड़े गए दोनों बदमाश अपने साथियों के साथ लोधा के ही गांव रायट में वारदात को अंजाम देने निकले थे। बदमाशों पर सासनी, हाथरस, छर्रा, मडराक, कोतवाली नगर, अकराबाद, इगलास लोधा समेत विभिन्न थानों में लूट, हत्या, गोकशी, पशु चोरी, गैंगस्टर, गुंडा एक्ट समेत करीब 21 मुकदमे दर्ज हैं। एसपी सिटी कुलदीप सिंह ने बताया कि बदमाशों के फरार साथियों की तलाश की जा रही है। इसके लिए दो टीमें गठित की गई है और संभावित स्थानों पर खोजबीन में जुटी हुई हैं।