60 हजार के इनामी बदमाश की तलाश में राजस्थान पहुंची पुलिस, नोटिस चस्पा Aligarh news
कोतवाली पुलिस ने अंतरराज्जीय गैंग के सदस्य राजस्थान के विनोद के खिलाफ धारा 82 की कार्रवाई की है। कोर्ट के आदेश पर यह कार्रवाई की गई है। विनोद के ऊपर 60 हजार का इनाम घोषित है। इगलास में कारोबारी के अपहरण सहित कई मामलों में वांछित है।
अलीगढ़, जेएनएन : कोतवाली पुलिस ने अंतरराज्जीय गैंग के सदस्य राजस्थान के विनोद के खिलाफ धारा 82 की कार्रवाई की है। कोर्ट के आदेश पर यह कार्रवाई की गई है। विनोद के ऊपर 60 हजार का इनाम घोषित है। इगलास में कारोबारी के अपहरण सहित कई मामलों में वांछित है। यदि वह समर्पण नहीं करता है तो उसकी संपत्ति जब्त की जाएगी। हालांकि पुलिस की एक टीम ने राजस्थान में डेरा डाले हुए है।
अपहरण के मामलेे में वांछित
कोतवाल प्रदीप कुमार ने बताया कि राजस्थान के जिला भरतपुर के थाना मुसावर के गांव पथेना निवासी विनोद पुत्र तेज सिंह इगलास थाने से अपहरण के मामले में वांछित चल रहा है। जानबूझ कर अपनी गिरफ्तारी से बच रहा है। एसीजेएम द्वितीय ने धारा 82 की कार्रवाई करने के आदेश दिए थे। कोर्ट के आदेश पर पुलिस टीम ने विनोद के घर, सार्वजनिक स्थान पर नोटिस चस्पा किया है। यदि वह समर्पण नहीं करेगा तो धारा 174 के तहत रिपोर्ट दर्ज कर कुर्की की कार्रवाई की जाएगी। आरोपित पर अलीगढ़ से 50 हजार का और राजस्थान में 10 हजार का इनाम घोषित है।
साथियों पर हुई थी गैंगस्टर की कार्रवाई
कोतवाल ने बताया कि विनोद के साथी विनोद जाट पुत्र राजवीर सिंह निवासी महामौनी थाना मुरसान (हाथरस), जयपाल पुत्र परसादीलाल निवासी नगला हरकरना थाना इगलास (अलीगढ़), मुकेश उर्फ पिंटू पुत्र विजेंद्र सिंह निवासी सरसा थाना राया (मथुरा), संतोष पुत्र रामबिहारी निवासी महामौनी थाना मुरसान (हाथरस) का अंतरराज्यीय संगठित गिरोह है। इनके विरुद्ध जिलाधिकारी के अनुमोदन के बाद गैंगस्टर की कार्रवाई की गई थी। गैंग लीडर विनोद जाट उत्तर प्रदेश पुलिस में सिपाही था। आगरा में तैनाती के दौरान ये अपराधिक गतिविधियों में संलिप्त हो गया था। इसके बाद इसे बर्खास्त कर दिया गया था। विभिन्न धाराओं में इसके खिलाफ 28 मुकदमें दर्ज हैं। वहीं गैंग का सदस्य जयपाल भी उत्तर प्रदेश पुलिस का बर्खास्त सिपाही है।
कारोबारी का किया था अपहरण
कोतवाल ने बताया कि कोतवाली क्षेत्र में गांव भौंरा गौरवा के निकट हरी लक्ष्मी एलॉयल प्राइवेट लिमिटेड के स्वामी सुरेंद्र कुमार जिंदल अपने आवास शीशिया पाड़ा, अलीगढ़ से विगत 16 जून की सुबह 8:30 बजे फैक्ट्री के लिए जा रहे थे। रास्ते में अलीगढ़-मथुरा मार्ग से गांव भौंरा गौरवा को जाने वाले लिंक मार्ग पर स्कॉपियों सवार वर्दीधारी बदमाशों ने गाड़ी को रोक लिया था। बदमाशों ने स्वयं को एसओजी से बताया और कहा, तुम्हारे खिलाफ मुकदमा है थाने चलो। विरोध करने पर मारपीट करके उसकी ही गाड़ी में डालकर ले गए। इसके बाद कारोबारी के फोन से उसकी पत्नी रति उर्फ लक्ष्मी से फोन पर 20 लाख रु पये की फिरौती मांगी। पत्नी ने लॉकडाउन की बात कहते हुए धनराशि देने में असमर्थता जताई तो 10 लाख रुपये लेकर आने को कहा। गृहस्वामिनी छह लाख रु पये लेकर अपने नौकर रामू शर्मा के साथ स्कूटी से बदमाशों की लोकेशन पर घूमती रहीं। बाद में हाथरस रोड पर भट्ठा के समीप बदमाशों ने फिरौती में छह लाख रुपये लेकर व्यवसायी को छोड़ दिया था। विनोद ने ही अपने साथियों ने साथ कारोबारी का अपहरण किया था।