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हाथरस में मिनी औद्योगिक आस्थानों में भूखंड खाली, मांगे आवेदन Hathras News

हाथरस जागरण संवाददाता । जनपद में मिनी औद्योगिक आस्थानों में भूखंड खाली पड़े हैं। विभाग द्वारा लगातार आवेदन मांगे जा रहे हैं। सुविधाएं न होने और उनकी जरूरत के हिसाब से भूखंड न होने के कारण उद्यमी रुचि नहीं दिखा रहे हैं।

By Anil KushwahaEdited By: Published: Sat, 16 Oct 2021 05:24 PM (IST)Updated: Sat, 16 Oct 2021 05:26 PM (IST)
हाथरस में मिनी औद्योगिक आस्थानों में भूखंड खाली, मांगे आवेदन Hathras News
जनपद में मिनी औद्योगिक आस्थानों में भूखंड खाली पड़े हैं।

हाथरस, जागरण संवाददाता ।  जनपद में मिनी औद्योगिक आस्थानों में भूखंड खाली पड़े हैं। विभाग द्वारा लगातार आवेदन मांगे जा रहे हैं। सुविधाएं न होने और उनकी जरूरत के हिसाब से भूखंड न होने के कारण उद्यमी रुचि नहीं दिखा रहे हैं।

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सबसे पुराने औद्योगिक आस्‍थान में जगह खाली नहीं

जनपद में पांच औद्योगिक आस्थान है। अलीगढ़ रोड पर औद्योगिक आस्थान के अलावा मथुरा-बरेली रोड पर सलेमपुर में इंडस्ट्रियल एरिया है। अलीगढ़ रोड स्थित सबसे पुराने औद्योगिक आस्थान में अब खाली जगह नहीं है। जबकि सलेमपुर में जगह विवादित होने के कारण खाली भूखंडों का आवंटन नहीं हो पा रहा है। अलीगढ़-आगरा हाईवे पर यमुना एक्सप्रेस वे अनुमति न मिलने के कारण सासनी और सादाबाद के बीच उद्यमी प्राइवेट स्तर पर भी भूंखड नहीं खरीद पा रहे हैं। इसके अलावा सादाबाद, सहपऊ और सिकंदराराऊ में मिनी औद्योगिक आस्थान है। इन मिनी औद्योगिक आस्थानों में खाली प्लाट कई सालों से पड़े हैं। कार्यालय जिला उद्योग व उद्यम प्रोत्साहन केंद्र की ओर से कई बार आवेदन मांगे जा चुके हैं। मिनी औद्योगिक आस्थान सिकंदराराऊ में केवल अनुसूचति जाति के लिए ही भूखंड रिक्त हैं। मिनी औद्योगिक आस्थान सादाबाद, सहपऊ व सिकंदराराऊ में खाली भूखंडों के लिए इच्छुक युवक-युवती से उद्यम लगाने के लिए आस्थानों में भूखंड आवंटन किए जाने है। इच्छुक प्रार्थना पत्र प्रोजेक्ट रिपोट, आधार कार्ड सहित 30 अक्टूबर तक कार्यालय जिला उद्योग एवं उद्यम प्रोत्सहान केन्द्र में भेजकर जमा कर सकते हैं। इसके बाद प्रार्थना पत्रों पर विचार नहीं किया जाएगा।

84 उद्यमियों को जरूरत है 1.5 लाख वर्गमीटर जमीन

उद्यमियों को नए उद्योग लगाने और उद्योगों का विस्तार करने के लिए 84 उद्यमियों ने 1.5 लाख वर्गमीटर जमीन मांगी है। जमीन की जरूरत को देखते हुए सासनी के नगला गढ़ू में जमीन का चिह्ननीक्रण कर ग्राम पंचायत से प्रस्ताव मांगा गया था। ग्राम पंचायत में आननफानन में चरागाह की जमीन का प्रस्ताव पास कर भेज दिया। बाद में इस प्रस्ताव को खारिज कर दुबारा मांगा गया है।


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