कोरोना संक्रमण भी नहीं रोक सकेगा बेटियों के सशक्तिकरण का प्लान, जानिए मामला
शिक्षा विभाग में गाइडलाइंस के पालन के साथ शिक्षण कराने के आदेश शासन से जारी हो चुके हैं। सामूहिक खेल गतिविधियों व प्रार्थना सभा पर को भी स्थगित रखा जाएगा। मगर 15 से 18 वर्ष के किशोरों का वैक्सीनेशन का काम शुरू हो गया है।
अलीगढ़, जागरण संवाददाता। कोरोना के बढ़ते केस के चलते शिक्षा विभाग में गाइडलाइंस के पालन के साथ शिक्षण कराने के आदेश शासन से जारी हो चुके हैं। सामूहिक खेल गतिविधियों व प्रार्थना सभा पर को भी स्थगित रखा जाएगा। मगर 15 से 18 वर्ष के किशोरों का वैक्सीनेशन का काम शुरू कर इस बीमारी को हराने का काम किया जा रहा है। ऐसे में माध्यमिक विद्यालयों में छात्राओं के लिए आत्मरक्षा का प्रशिक्षण कार्यक्रम नहीं रोका जाएगा।
मिशन शक्ति अभियान
शिक्षाधिकारियों ने विद्यालयों में अतिरिक्त कक्षाएं लगाकर उनको प्रशिक्षण देने का खाका तैयार किया था। अगर कोरोना संक्रमण के चलते विद्यालय में प्रशिक्षण नहीं भी दिया जा सकेगा तो आनलाइन माध्यम से छात्राओं को इस मुहिम से जाेड़ा जाएगा। इस दिशा में व्यवस्था बनाने के लिए अफसरों ने भी कदम बढ़ाए हैं।
माध्यमिक विद्यालयों में एक अतिरिक्त कक्षा बेटियों को सशक्त बनाएगी योजना के तहत प्रशिक्षण कार्यक्रम शुरू किया जाना था। जिलास्तर पर अधिकारियों ने बेटियों के हित में ये प्लान तैयार किया था। बेटियों को मजबूत बनाने के लिए माध्यमिक विद्यालयों में मिशन शक्ति अभियान चलाया गया था। अब इस आदेश और मिशन दोनों को जोड़कर बेटियों को मजबूत बनाने का सपना साकार किया जाएगा। इस संबंध में अधिकारियों की ओर से आदेश भी प्रधानाचार्यों को जारी कर दिए गए हैं। व्यवस्थाओं के बदलने की प्रक्रिया को ध्यान में रखते हुए आनलाइन माध्यम को हथियार बनाया जाएगा। खेल प्रशिक्षकों व शिक्षकों को आनलाइन माध्यम से बेटियों को सशक्त बनाने की मुहिम चलानी होगी। पिछले कोरोना संक्रमण काल में जो छात्राएं आनलाइन शिक्षा से जुड़ी थीं, उनको आनलाइन माध्यम से आत्मरक्षा के वीडियो व टिप्स खेल प्रशिक्षक बताएंगे।
छात्राओं को ऐसे दिया जा रहा प्रशिक्षण
अभी विद्यालयों में कक्षा नौवीं से 12वीं तक की छात्राओं को कोराना संक्रमण के खतरे से बचने के लिए पांच से सात छात्राओं के ग्रुप बनाकर दूर-दूर खड़ा कर प्रशिक्षण देने पर विचार किया जा रहा है। छात्राओं व विद्यार्थियों की कोरोना जांच कराने के निर्देश भी पहले ही जारी किए जा चुके हैं। इसके लिए स्वास्थ्य विभाग से संपर्क साधा जा रहा है। स्वस्थ्य छात्राओं को एक-दूसरे पर प्रहार करने व आत्मरक्षा के गुर सिखाए जाएंगे।
छात्राओं में आत्मविश्वास जागेगा
डीआइओएस डा. धर्मेंद्र कुमार शर्मा ने कहा कि छात्राओं को आत्मरक्षा के गुर सिखाए जाने की व्यवस्था की गई है। अतिरिक्त कक्षा के जरिए भी ये काम किया जाना था। अगर विद्यालय में ये व्यवस्था नहीं बनी तो आनलाइन माध्यम शिक्षकों व विद्यार्थियों के पास मौजूद है। विभिन्न प्रशिक्षण वीडियो इंटरनेट मीडिया के जरिए छात्राओं को उपलब्ध कराए जाएंगे। विधिवत कक्षाओं के संचालन के साथ प्रशिक्षण कार्यक्रम भी शुरू कराया जाएगा। इससे छात्राओं में आत्मविश्वास भी जगेगा।