रास्ते में अतिक्रमण को लेकर दो समुदाय के लोग आमने-सामने, तनाव व्याप्त Aligarh news
हरदुआगंज कस्बा थाना क्षेत्र के चौकी जलाली गांव बैरामपुर में रास्ते से अतिक्रमण को लेकर गांव खिटकारी के खेतिहार द्वारा विरोध हुई कहासुनी के बाद पनपे विवाद के बीच दोनों गांवों के लोग आमने सामने आ गए वहीं मौके पर पुलिस के पहुंचने से सांप्रदायिक विवाद होने से बच गया।
अलीगढ़, जागरण संवाददाता। हरदुआगंज कस्बा थाना क्षेत्र के चौकी जलाली गांव बैरामपुर में रास्ते से अतिक्रमण को लेकर गांव खिटकारी के खेतिहार द्वारा विरोध हुई कहासुनी के बाद पनपे विवाद के बीच दोनों गांवों के लोग आमने सामने आ गए, वहीं मौके पर पुलिस के पहुंचने से सांप्रदायिक विवाद होने से बच गया, पुलिस ने मौके से आधा दर्जन बाइक जब्त कर जांच में जुटी है।
पुलिस के पहुंचने से पहले भागे हमलावर
जानकारी के मुताबिक बहरामपुर की मुस्लिम बस्ती से होकर रास्ता खिटकारी गांव के एक किसान के खेत तक पहुंचता है, इसी रास्ते पर बहरामपुर के पूर्व प्रधान यासीन खां का घर है, एक अक्टूबर को खिटकारी के खेत पर आए खिटकारी के किसान ने मुस्लिम बस्ती में पूर्व प्रधान यासीन खां के घर के पास रास्ते में कृषि यंत्रों को रखे देख अतिक्रमण न करने की हिदायत दी, इसी बात पर दोनों पक्षों में वाद-विवाद हो गया, जिसे मौजूद लोगों ने समझा-बुझाकर शांत करा दिया। यासीन खां द्वारा थाने में दी तहरीर के मुताबिक उसी रात करीब 9:30 बाइकों पर सवार लाठी डंडों से लैस दर्जनों युवक उनके घर पहुंच गए जिन्होंने घर पहुंचकर मारपीट शुरू कर दी, हमले से मची अफरा तफरी के बीच पुलिस को खबर देकर दूसरे पक्ष के लोग भी एकजुट हो गए। टकराव के पहले ही पुलिस के पहुंचने से हमलावर बाइकें छोडक़र भाग गए।
रात में लोग कर रहे पहरेदारी
यासीन खां ने बताया कि विपक्षी ठाकुर जाति के लोग हैं, जो माहौल खराब करना चाहते हैं, मामले की तहरीर थाने में देकर कार्रवाई की मांग की है, वहीं चार दिन बीतने के बाद भी पुलिस ने मुकदमा दर्ज नहीं किया है। जलाली चौकी प्रभारी सुरजीत सिंह का कहना है कि मामले में फैसला कराने का प्रयास चल रहा है। सोमवार को भी चौकी में दोनों पक्षों बैठाकर वार्ता कराई। जहां फैसले की सहमति बन गई है, अभी लिखित समझौता नहीं हुआ है। वहीं बेहरामपुर के ग्रामीणों का कहना है कि पुलिस कार्रवाई करने से बच रही है। यहां इस कदर ख़ौफ़ व्याप्त है कि लोग जागकर पहरेदारी कर रात गुजार रहे है।