Panchayat Chunav 2021: अलीगढ़ में 182 मतदान केंद्रों पर प्रशासन को अराजकता की आशंका
पंचायत चुनाव को शांति से निपटाने के लिए पुलिस-प्रशासन भी कोई कसर नहीं छोड़ रहा है। पिछले पंचायत चुनाव के दौरान हुई घटनाओं को देखते हुए जिले के 182 मतदान केंद्र अतिसंवेदनशीलता की सीमा भी पार कर गए हैं।
अलीगढ़, जेएनएन। पंचायत चुनाव को शांति से निपटाने के लिए पुलिस-प्रशासन भी कोई कसर नहीं छोड़ रहा है। पिछले पंचायत चुनाव के दौरान हुई घटनाओं को देखते हुए जिले के 182 मतदान केंद्र अतिसंवेदनशीलता की सीमा भी पार कर गए हैं। प्रशासन को इन पर अराजकता की आशंका है। इस बार इन्हें अतिसंवेदनशील प्लस की श्रेणी में रखा गया है। 253 मतदान केंद्र अति संवेदनशील माने गए हैं। 190 संवेदनशील के रूप में चिह्नित हुए हैं।
यह है जिले की स्थिति
जिले के 12 ब्लाक में कुल 1401 मतदान केंद्र हैं। इनमें से 769 सामान्य श्रेणी के हैं। 198 संवेदनशील हैं। 253 मतदान केंद्र अतिसंवेदनशील हैं। पुलिस-प्रशासन इसी के हिसाब से तैयारी कर रहा है। अतिसंवेदनशील व अतिसंवेदनशील प्लस केंद्रों पर सुरक्षा व्यवस्था के कड़े इंतजाम किए जा रहे हैं। पुलिसकर्मियों की संख्या बढ़ाई जा रहा है। पीएसी भी तैनात की जा रही है।
गंगीरी से सबसे ऊपर
अगर ब्लाक स्तर पर अतिसंवेदनशील प्लस मतदान केंद्रों की बात करें तो सबसे ऊपर गंगीरी ब्लाक है। यहां पर 158 केंद्रों में 41 अतिसंवेदनशील प्लस हैं। दूसरे नंबर पर बिजौली है। यहां पर 111 मतदान केंद्रों में से 28 अतिसंवेदनशील प्लस हैं। अतरौली व चंडौंस में 20-20 मतदान केंद्र अतिसंवेदनशील प्लस की श्रेणी में हैं।
अतिसंवेदनशील प्लस बूथों के मानक
अतिसंवेदनशील प्लस में ऐसे केंद्र शामिल किए गए हैं, जहां किसी अपराधी का आतंक है। अंदेशा है कि डर के चलते वोटर या तो केंद्र आएंगे ही नहीं या दबाव में मतदान करेंगे। यहां मारपीट, बवाल और बूथ कैप्चङ्क्षरग भी हो सकती है। इन केंद्रों पर पिछले चुनाव में ऐसी घटनाएं हो चुकी है। इस बार खास सतर्कता रखी जाएगी। केंद्रों पर वीडियोग्राफी की व्यवस्था होगी।
चुनाव में सुरक्षा व्यवस्था के ठोस इंतजाम किए जा रहे हैं। संवेदनशील व अतिसवंदेनशील मतदान केंद्रों पर अतिरिक्त सुरक्षा का इंतजाम किया जाएगा।
चंद्रभूषण सिंह, डीएम
100 शस्त्र लाइसेंसों के निलंबन के लिए डीएम को भेजी रिपोर्ट
आपरेशन निहत्था के तहत पुलिस ताबड़तोड़ कार्रवाई कर रही है। दो दिन में 40 लाइसेंसों का निलंबन कराने के बाद अब सौ के निलंबन के लिए डीएम को रिपोर्ट भेजी गई है।
एसएसपी ने आपरेशन निहत्था शुरू किया है। इसके तहत ऐसे सभी असलहाधारकों की सूची बनाने के निर्देश दिए हैं, जिनका आपराधिक इतिहास है। सभी थानेदारों से पांच ङ्क्षबदुओं पर गहनता से अवलोकन करने को कहा है। यदि लाइसेंस धारक का शस्त्र थाने के मालखाने में जमा हैं और किसी मुकदमे से संबंधित हैं तो निरस्तीकरण की कार्रवाई करें। सत्यापन के दौरान देखें कि धारक शस्त्र का रखरखाव खुद कर रहा हैं और शस्त्र उसी के पास है। हथियारों का नवीनीकरण न कराने वाले शस्त्र धारकों को चिह्नित करें। यह भी देखें कि शस्त्र लाइसेंस धारक ने कितने कारतूस खरीदे. कितने कारतूस सत्यापन के दौरान उपलब्ध हैं मानक के अनुसार संख्या में चलाए गए कारतूस के खोखे और चलाए जाने का कारण धारक के पास हैं या नहीं। सत्यापन के दौरान ये भी देखें कि शस्त्र लाइसेंस धारक के स्वजन व करीबी अपराधिक प्रवृत्ति के व्यक्ति तो नहीं है।
अवैध तमंचे के साथ दबोचा : गांधीपार्क इंस्पेक्टर हरिभान ङ्क्षसह राठौर ने बताया कि नौरंगाबाद छावनी निवासी शम्मी कपूर उर्फ भूरा को नौरंगाबाद तिराहे के पास से गिरफ्तार किया गया है। इससे तमंचा व दो कारतूस मिले हैं।