करतारपुर के बाहरी क्षेत्र को कब्जे से बाहर करे पाक
करतारपुर गुरुद्वारा साहिब के बाहरी क्षेत्र को पाकिस्तान के नियंत्रण में लिए जाने से सिख समाज में गुस्सा है।
जागरण संवाददाता, अलीगढ़ : करतारपुर गुरुद्वारा साहिब के बाहरी क्षेत्र को पाकिस्तान के नियंत्रण में लिए जाने से सिख समाज में गुस्सा है। सिख समाज का कहना है कि गुरुद्वारा साहिब सिखों का पवित्र स्थल है। पाक ने यदि बाहरी क्षेत्र को मुक्त नहीं किया तो सिख समाज पूरी दुनिया में विरोध करेगा। पाक की नीयत के बारे में बताएगा।
जत्थेदार सरदार भूपिदर सिंह ने कहा कि पाकिस्तान में अल्पसंख्यकों के अधिकार का हमेशा से हनन होता आया है। एक साल पहले गुरुद्वारा साहिब पर भी वहां के नागरिकों ने हमला बोल दिया था, उस समय भी पाक सरकार की नीयत साफ नहीं थी। अब गुरुद्वारा साहिब के बाहरी क्षेत्र को एक ट्रस्ट को दिए जाने से साफ पता चल गया है कि वह उस जमीन का निजी स्वार्थ के लिए प्रयोग करेगा। वहां पर होटल, रेस्टोरेंट और पर्यटन स्थल विकसित करेगा। भूपिदर सिंह ने कहा कि करतापुर साहिब सिखों के गुरु नानक देव से जुड़ा हुआ है। यहां गुरु नानक देव ने 16 वर्ष अपना समय व्यतीत किया था, इसलिए सिख गुरुद्वारा साहिब का किसी भी तरह से अपमान बर्दास्त नहीं कर सकता है। पाक कब्जे में लिए बाहरी क्षेत्र को तुरंत गुरुद्वारा कमेटी को वापस कर दे, वरना उसे कड़ा विरोध झेलना पड़ेगा।