अधिकार से ज्यादा किया भुगतान, अब जवाब देने में छूट रहे पसीने Aligarh news
गांव देहात में विकास कार्यों के नाम पर फिजूलखर्ची किसी से छिपी नहीं है। अब प्रधानों के कार्यकाल खत्म होने पर शासन के आदेश पर संबंधित ब्लाक के एडीओ को पंचायतों के प्रशासक की जिम्मेदारी दी गई है।
अलीगढ़, जेएनएन : गांव देहात में विकास कार्यों के नाम पर फिजूलखर्ची किसी से छिपी नहीं है। अब प्रधानों के कार्यकाल खत्म होने पर शासन के आदेश पर संबंधित ब्लाक के एडीओ को पंचायतों के प्रशासक की जिम्मेदारी दी गई है। पिछले दिनों डीएम ने इन सभी प्रशासकों के लिए एक आदेश जारी किया था, इसमें सभी के खर्च करने का दायरा तय किया था। लेकिन अधिकतर एडीओ ने इस दायरे से बाहर जाकर ठेकेदारों का भुगतान कर दिया। जिले में लाखों रुपये के भुगतान हुए। अब पिछले दिनों इसकी शिकायत डीएम के पास पहुंची तो अब उन्होंने सभी भुगतानों पर रोक लगाते हुए सभी से जवाब मांगे हैं, लेकिन प्रशासकों के जवाब देने में पसीने छूट रहे हैं।
25 दिसंबर को खत्म हुआ कार्यकाल
25 दिसंबर को प्रधानों का कार्यकाल खत्म हो चुका है। ऐसे में शासन ने प्रधानों की जगह एडीओ पंचायत को प्रशासक नियुक्त कर दिया था। हालांकि, डीएम की तरफ से प्रशासकों के लिए एक आदेश जारी किया गया था। इसमें निर्देश दिए गए कि पंचायत भवन, सामुदायिक शौचालय, आपरेशन कायाकल्प, गौशाला के अनुश्रवण के रखरखाव पर निधि खर्च करने के निर्देश दिए थे, लेकिन इसके बाद भी प्रशासन अन्य मदों में धनराशि खर्च कर रहे थे। लाखों रुपये का भुगतान अन्य मदों में कर दिया गया है। सड़क से लेकर नाली खड़ंजा तक के लिए भुगतान कर दिया गया। इसकी शिकायत पिछले दिनों डीएम के पास पहुंची थी। ऐसे में डीएम ने डीपीआरओ को कार्रवाई के निर्देश दिए हैं।
रोका गया भुगतान
अब डीपीआरओ की ओर से सभी पंचायतों की निधि के खर्च पर रोक लगा दी गई है। इसके साथ ही सभी प्रशासकों से खर्च के संबंध में ब्योरा मांगा है। एेसे में अब प्रशासकों के पसीने छूट रहे हैं। वहीं, भुगतान रुक जाने से ठेकेदार परेशान हैं। अब इनका भुगतान बीच में अलट गया है।