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अलीगढ़ में आउटसोर्सिंग कर्मचारियों ने संभाली है स्वच्छता की कमान, जानिए वजह

स्वच्छता व्यवस्था में आउटसोर्सिंग सफाई कर्मचारियों का खूब योगदान है। इन्हीं कर्मचारियों ने शहर में स्वच्छता की कमान संभाल रखी है। नगर निगम अफसर भी आउटसोर्सिंग कर्मचारियों के भरोसे सफाई व्यवस्था को बेहतर बनाने की कोशिश में लगे हैं।

By Sandeep Kumar SaxenaEdited By: Published: Tue, 18 Jan 2022 04:55 PM (IST)Updated: Tue, 18 Jan 2022 04:55 PM (IST)
अलीगढ़ में आउटसोर्सिंग कर्मचारियों ने संभाली है स्वच्छता की कमान, जानिए वजह
आउटसोर्सिंग कर्मचारियों के भरोसे सफाई व्यवस्था को बेहतर बनाने की कोशिश हैं।

अलीगढ़, जागरण संवाददाता। स्वच्छता व्यवस्था में आउटसोर्सिंग सफाई कर्मचारियों का खूब योगदान है। इन्हीं कर्मचारियों ने शहर में स्वच्छता की कमान संभाल रखी है। नगर निगम अफसर भी आउटसोर्सिंग कर्मचारियों के भरोसे सफाई व्यवस्था को बेहतर बनाने की कोशिश में लगे हैं। गली-मोहल्लों की सफाई हो, या डोर टू डोर कूड़ा कलेक्शन, या फिर सीवर लाइन की सफाई का कार्य, इन्हीं कर्मचारियों की संख्या इन कार्याें में अधिक रहती है। नगर निगम की विस्तारित सीमा में शामिल हुए गांवों में भी इन कर्मचारियों को नियुक्त किया जा रहा है। इसके बाद भी इन सफाई कर्मचारियों के वेतन वृद्धि की मांग पूरी न हो सकी। कर्मचारी यूनियन लंबे समय से इसकी मांग कर रही है। आउटसोर्सिंग कर्मचारियों की संख्या बढ़ाने के लिए शासन तक पत्राचार हुआ है। कर्मचारी नेताओं का कहना है कि नगर निगम अफसर उनकी मांगों को गंभीरता से नहीं ले रहे।

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यह है मामला

स्थाई नियुक्ति पर रोक लगने के बाद आउटसोर्सिंग के जरिए कर्मचारियों की भर्ती की रूपरेखा तैयार की गई थी। नगर निगम में 1008 आउटसोर्सिंग सफाई कर्मचारी नियुक्त हैं। 916 स्थाई सफाई कर्मचारी और 960 संविदा सफाई कर्मचारी हैं। स्थाई व संविदा कर्मचारियों में कई तो यूनियनों के पदाधिकारी हैं। सुपरवाइजर, टीम लीडर भी बने हुए हैं। वहीं, सफाई व्यवस्था में आउटसोर्सिंग कर्मचारियों को लगा रहा है। नाला गैंग में भी अाउटसोर्सिंग कर्मचारी ही होते हैं। इन कर्मचारियों का दैनिक वेतन पिछले साल बढ़ाकर 308 रुपये किया गया था। जबकि, प्रतिदिन 336 रुपये देने की मांग हो रही है। कर्मचारी नेता बिल्लू चौहान ने कहा कि समान काम समान वेतन के आधार पर वेतन निर्धारण होना चाहिए। संविदा कर्मियों को प्रोन्नत भी नहीं किया जा रहा। न स्थाई नियुक्ति के लिए कोई आदेश आए हैं। आबादी के आधार पर सफाई कर्मचारियों की भर्ती की जाए तो सफाई व्यवस्था में सुधार होगा। निगम अफसर ये भी नहीं कर पा रहे। 10 हजार की आबादी पर 28 सफाई कर्मचारियों के वर्षों पुराने मानक भी पूरे नहीं हो पा रहे। शहर में एक हजार सफाई कर्मचारियों की भर्ती होनी चाहिए।


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