अलीगढ़ में आनलाइन क्विज, 1069 छात्र-छात्राओं ने लिया भाग
ब्लाकस्तर पर कराई गई प्रतियोगिता एक मोबाइल से एक ही छात्र ने लिया भाग जिनके पास मोबाइल नहीं था उनकी शिक्षकों ने की मदद।
जागरण संवाददाता, अलीगढ़ : कोरोना काल में बेसिक शिक्षा परिषद के सरकारी स्कूलों के विद्यार्थियों के बीच आनलाइन माध्यम से क्विज प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। इसमें कक्षा छह से आठवीं तक के विद्यार्थियों ने प्रतिभाग किया। इसमें जिले के 1069 छात्र-छात्राओं ने प्रतिभाग किया। एक मोबाइल फोन पर एक प्रतिभागी ही प्रतिभाग कर सकता था। इसलिए जिनके पास मोबाइल फोन नहीं था, उनको शिक्षकों ने एक स्थान पर बुलाकर कोविड-19 गाइडलाइंस के पालन के साथ अपने मोबाइल फोन देकर प्रतिभाग कराया। स्टेट रिसोर्स ग्रुप (एसआरजी) सदस्य संजीव शर्मा के निर्देशन में प्रतियोगिता कराई गई।
एसआरजी सदस्य संजीव ने बताया कि राष्ट्रीय आविष्कार अभियान के तहत ब्लाक स्तरीय आनलाइन क्विज प्रतियोगिता का आयोजन शनिवार को सुबह 11:30 से दोपहर 12 बजे तक किया गया। क्विज का लिक अकादमिक रिसोर्स पर्सन (एआरपी) विज्ञान की ओर से संकुल शिक्षकों के जरिए प्रधानाध्यापकों व विज्ञान शिक्षकों को उपलब्ध कराया गया। ब्लाक स्तर पर सर्वश्रेष्ठ 10 चयनित छात्रों को जिला स्तर पर प्रदर्शनी में अपने माडल पेश करने का मौका भी मिलेगा। विद्यार्थियों ने आनलाइन माध्यम से ही सवालों के जवाब भेजकर अपनी प्रतिभा का प्रदर्शन किया। बीएसए सतेंद्र कुमार ढाका ने कहा कि इस तरह की प्रतियोगिताएं कराकर सरकारी स्कूलों के विद्यार्थियों को तकनीकी रूप से सक्षम बनाया जा रहा है।
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ब्लाक, प्रतिभागी
अकराबाद, 67
अतरौली, 105
बिजौली, 69
चंडौस, 47
धनीपुर, 120
गंगीरी, 96
गौंडा, 03
इगलास, 31
जवां, 172
खैर, 109
लोधा, 161
टप्पल, 89
नगर क्षेत्र, 00
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शिक्षकों से आनलाइन
पढ़ाई की रिपोर्ट तलब
जासं, अलीगढ़ : माध्यमिक विद्यालयों में नौवीं से 12वीं तक के विद्यार्थियों को कराई जा रही आनलाइन पढ़ाई की रिपोर्ट शिक्षाधिकारियों ने प्रधानाचार्यों से मांगी है। हर विद्यालय के प्रधानाचार्य को वाट्सएप, दूरदर्शन, ई-ज्ञानगंगा व यू-ट्यूब व अन्य माध्यमों से कराई जा रही आनलाइन पढ़ाई की स्थिति गूगल फार्म पर भरकर देनी है। डीआइओएस डा. धर्मेंद्र कुमार शर्मा ने बताया कि सभी प्रधानाचार्यों से सूचना मांगी गई है। रविवार तक हर विद्यालय से रिपोर्ट ले ली जाएगी। इससे बोर्ड को भी अवगत कराया जाएगा। वहीं दूसरी ओर वित्तविहीन कालेजों के संचालकों ने शिक्षकों के इंटरनेट मीडिया ग्रुप पर संदेश भी डालने शुरू कर दिए हैं। कहा जा रहा है कि साथियों आनलाइन पढ़ाई की सही सूचना डालिएगा, सौ फीसद पढ़ाई तो कहीं नहीं हो रही है।