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Online Education in lockdown: वीडियो हो या लेक्चर समझ में नहीं आता तो अटक जाती है पढ़ाई Aligarh News

डीएवी इंटर कॉलेज में 10वीं के छात्र विशाल कुमार सुबह नौ बजे से ऑनलाइन शिक्षा से जुड़ते हैं। लेक्चर व वीडियो तो देख लेते हैं मगर कई चीजें क्लियर नहीं होतीं।

By Sandeep SaxenaEdited By: Published: Wed, 13 May 2020 02:35 PM (IST)Updated: Wed, 13 May 2020 02:35 PM (IST)
Online Education in lockdown: वीडियो हो या लेक्चर समझ में नहीं आता तो अटक जाती है पढ़ाई Aligarh News
Online Education in lockdown: वीडियो हो या लेक्चर समझ में नहीं आता तो अटक जाती है पढ़ाई Aligarh News

अलीगढ़[गौरव दुबे]: डीएवी इंटर कॉलेज में 10वीं के छात्र विशाल कुमार सुबह नौ बजे से ऑनलाइन शिक्षा से जुड़ते हैं। लेक्चर व वीडियो तो देख लेते हैं, मगर कई चीजें क्लियर नहीं होतीं। इनको डायरी में नोट कर रख रहे हैं, ताकि कॉलेज खुलने पर समझ सकें।

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हांफ रही ऑनलाइन शिक्षा

विजडम पब्लिक स्कूल के 12वीं के छात्र वंश वाष्र्णेय नेटवर्क की समस्या से जूझते हैं। क्लास के दौरान शिक्षक का लेक्चर भी छूट जाता है। बाद में होमवर्क व लेक्चर साथ-साथ समझें तो सब मिक्सअप हो जाता है। क्लास में जाकर पढऩे का इंतजार कर रहे हैं। दिक्कतों की डगर में ऑनलाइन शिक्षा हांफती नजर आ रही है।

ऑनलाइन एजुकेशन से नहीं जुड़े स्टूडेंट्स

15 से 20 दिन बीतने के बाद भी बेसिक व माध्यमिक शिक्षा के आधे विद्यार्थी भी ऑनलाइन पढ़ाई से नहीं जुड़ पाए हैं। इसके पीछे समस्या इंटरनेट व स्मार्टफोन की है। माध्यमिक में 40 फीसद व बेसिक में 10 फीसद विद्यार्थी ही ऑनलाइन शिक्षा से जुड़ पाए हैं। माध्यमिक के विद्यार्थियों को छह घंटे पढ़ाई कराई जा रही है। इंटरनेट की कमी व कमजोर नेटवर्क के चलते वो इसे ठीक से नहीं कर पा रहे हैं। मई के अंत तक 20 फीसद कोर्स पूरा करना है मगर 10 मई तक नौ से 10 फीसद पूरा हो सका है।

कोई और विकल्प नहीं है

डीआइओएस डॉ. धर्मेंद्र कुमार शर्मा का कहना है कि ज्यादा से ज्यादा बच्चों को जोडऩे का प्रयास है। समस्याओं के बीच ऑनलाइन शिक्षा के अलावा विकल्प भी नहीं है। स्थितियां बेहतर हो रही हैं, आगे और बेहतर होंगी।

अभिभावकों की टेंशन

पहली बार ऑनलाइन पढ़ाई है चीजें सिस्टमेटिक नहीं हैं। होमवर्क, वीडियो, लेक्चर, किताबें सब डाउनलोड करने में दो जीबी डाटा बीच में खत्म हो जाता है। चार जीबी डाटा दो बच्चों की पढ़ाई में जाता है। पढ़ाई अटकती भी है।

लीना शर्मा, पुष्पांजलि कॉलोनी

ऑनलाइन पढ़ाई से आंखों में आंसू आने की समस्या बच्चे बताते हैं। अतिरिक्त इंटरनेट पैक भी कम रहता है। इंटरनेट पढ़ाई अटकाता है। वाई-फाई से भी स्पीड कम मिलती है। बच्चों को समझाने में ही पूरा दिन बीत जाता है।

श्वेता गौतम, खैर

बच्चों की ऑनलाइन पढ़ाई पूरी नहीं हो पा रही है। बच्चे बीच में डिसकनेक्ट भी हो जाते हैं। इंटरनेट की समस्या आती है। सरकार व डाटा प्रदाता कंपनियों कम कीमत पर ज्यादा डाटा की व्यवस्था करनी चाहिए।

डॉ. विपिन वाष्र्णेय, प्रधानाचार्य, डीएवी इंटर कॉलेज

ब्लॉकवार ऑनलाइन शिक्षा से जुड़े विद्यार्थी

ब्लॉक, विद्यार्थी, स्कूल, विद्यार्थी, कॉलेज

अकराबाद, 1775, 110, 1767, 30

अतरौली, 1348,97,6729,91

बिजौली, 2217, 183, 4541,158

चंडौस, 1501,184, 2842, 35

धनीपुर, 1754, 179, 7745, 30

इगलास, 1056, 68, 1921, 42

गौंडा, 1333, 92, 1596, 45

खैर, 1950, 115, 3990, 52

जवां, 2093, 175, 2465, 36

लोधा, 3147, 200, 5722, 55

गंगीरी, 1607,178,1930,106

टप्पल, 2512, 168, 2885, 48

नगर क्षेत्र, 748, 101, 7607, 51


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