CAA: दिल्ली के शाहीन बाग की तर्ज पर अलीगढ़ में भी धरने की तैयारी Aligarh News
महिलाओं को फिर से ढाल बनाया जा रहा है। शुक्रवार को जमालपुर व लाल डिग्गी में सड़क पर उतरी महिलाओं ने ये स्पष्ट कर दिया कि इनके पीछे पूरे योजनाबद्ध तरीके से काम किया जा रहा है।
अलीगढ़ [जेएनएन]: सीएए के विरोध को उग्र्र रूप देने के लिए महिलाओं को फिर से ढाल बनाया जा रहा है। शुक्रवार को जमालपुर व लाल डिग्गी में सड़क पर उतरी महिलाओं ने ये स्पष्ट कर दिया कि इनके पीछे पूरे योजनाबद्ध तरीके से काम किया जा रहा है। महिलाओं के हाथ में अंग्र्रेजी में लिखे पोस्टर, उनके नारे और तैयारी देखकर यही झलक रहा है। वहीं सूत्रों के मुताबिक, दिल्ली के शाहीन बाग में सीएए को लेकर चल रहे धरने की दर्ज पर ही अलीगढ़ में भी तैयारी की जा रही है।
'आवाज दो हम एक हैं' जैसी नारेबाजी
जमालपुर में महिलाएं जोर-जबरदस्ती कर धरने पर बैठ गई थीं। हालांकि पुलिस ने फटकारकर इन्हें हटाया और चेतावनी भी दी। इसके बाद भी ये फिर से लाल डिग्गी और दोदपुर की तरफ इकट्ठा होने लगीं। इससे साफ है कि फिर से वही माहौल बनाने की कोशिश की जा रही है, जो 15 दिसंबर के बाद बना था। वहीं दिल्ली के शाहीन बाग में भी चल रहे धरने की नकल की जा रही है। ये तो तय है कि महिलाओं का मार्च प्रायोजित था। चूंकि उनके हाथों में लिखे पोस्टर अंग्र्रेजी में थे, जिनके बारे में कई महिलाएं अनजान थीं। गोद में बच्चों को लेकर आईं महिलाएं सुनियोजित तरीके से धरने देने के लिए आई थीं। महिलाओं की ओर से 'आवाज दो हम एक हैं' जैसी नारेबाजी शाहीन बाग में भी लगाए जा रहे हैं।
एएमयू के आसपास ढूंढ रहे धरना स्थल
सूत्रों के मुताबिक महिलाओं को आगे लाकर एएमयू के आसपास ही स्थायी धरने का स्थान तलाशा जा रहा है। वहीं महिलाओं के बीच एएमयू की छात्राओं का शामिल होना भी इस बात का गवाह है कि धरना सुनियोजित था। संभावना है कि फिर से महिलाएं सड़क पर आकर ऐसा करने की कोशिश कर सकती हैं। इसके लिए पुलिस ने पुख्ता इंतजाम कर लिए हैं।
मार्च नहीं निकालने दिया जाएगा
एसएसपी आकाश कुलहरि ने स्पष्ट कर दिया है कि पुलिस की प्राथमिकता है कि शहर का माहौल खराब ना हो। किसी भी सूरत में बिना अनुमति के जुलूस अथवा मार्च नहीं निकालने दिया जाएगा।