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खतौनी की तर्ज पर गांव के घर की मिलेगी घरौनी, कल कार्यक्रम है प्रस्तावित

अब खतौनी की तर्ज पर गांव के लोगों को घर की भी घरौनी मिला करेगी। इससे हर व्यक्ति पर अपनी गांव की जमीन का प्रमाण होगा। अब तक जमीन पर मालिकाना हक होने का कोई प्रमाण पत्र न होने के चलते उन्हें मकान से जुड़ा फायदा नहीं मिलता था।

By Anil KushwahaEdited By: Published: Wed, 22 Dec 2021 10:02 AM (IST)Updated: Wed, 22 Dec 2021 10:05 AM (IST)
खतौनी की तर्ज पर गांव के घर की मिलेगी घरौनी, कल कार्यक्रम है प्रस्तावित
अब खतौनी की तर्ज पर गांव के लोगों को घर की भी घरौनी मिला करेगी।

अलीगढ़, जागरण संवाददाता। अब खतौनी की तर्ज पर गांव के लोगों को घर की भी घरौनी मिला करेगी। इससे हर व्यक्ति पर अपनी गांव की जमीन का प्रमाण होगा। इससे वह बैंक से लोन भी ले सकेंगे। अब तक जमीन पर मालिकाना हक होने का कोई प्रमाण पत्र न होने के चलते उन्हें मकान से जुड़ा फायदा नहीं मिलता था। प्रदेश सरकार ने इसके लिए स्वामित्‍व योजना शुरू की है।

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पहले चरण में 100 गांवों का चयन

इसमें पहले चरण में जिले के 100 गांवों का चयन किया गया है। इसमें हर तहसील से 20 गांव लिए गए हैैं। सर्वे के लिए लेखपाल व सचिव की एक.एक संयुक्त टीम बना दी गई है। फिर ड्रोन से सर्वे कराने की तैयारी है। गुरुवार को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी वाराणसी में स्वामित्त योजना के तहत घरौनियों के वितरण की डिजिटल शुरुआत करेंगे। देश भर के करीब 15 हजार गांव के लोगों को यह घरौनियां वितरित होंगी। इसी के तहत जिले के कलक्ट्रेट सभागार में भी एक कार्यक्रम होगा। इसका वाराणसी से सजीव प्रसारण किया जाएगा। इसमें जनप्रतिनिधियों की मौजूदगी में घरौनियां का वितरण होगा। डीएम सेल्वा कुमारी जे ने बताया कि अब तक गांवों में लोगों के पास आबादी स्थल का कोई भी मालिकाना हक नहीं होता है। वे पीढ़ी दर पीढ़ी बंटवारे करते आ रहे थे। राजस्व रिकॉर्ड में भी किसी का नाम दर्ज नहीं होता है। अब प्रदेश सरकार ने लोगों को मालिकाना हक देने के लिए स्वामित्त योजना शुरू की है। पहले चरण में जिले के 100 गांवो में इस योजना पर काम हो रहा है। इसके बाद एक महीने में 200 गांवों में सर्वे पूरा करना होगा। मालिकाना हक मिलने पर ग्रामीण मकान पर बैैंक से कर्ज ले सकेंगे।

सर्वे है जारी

इस योजना के तहत गांव-गांव में सर्वे चल रहा है। इसमें ड्रोन के माध्यम से संपत्ति का किया जा रहा है। लेखपालों की टीम भी जांच पड़ताल करती है। इसी के आधार पर घरौनी बनती हैं। इन्हें सरकार की ओर से ग्रामीणों को वितरित किया जाएगा। यह बैंक से लोन लेने में काफी मददगार बनेंगे। इसी के चलते लोगों में भी इसको लेकर काफी उत्साह है।


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