आइसीसीसी से नजर रख रहे अफसर वॉकी टॉकी से कर्मियों को मिले रहे निर्देश Aligarh news
इंटीग्रेटेड कमांड एंड कंट्रोल सेंटर (आइसीसीसी) से हॉटस्पॉट व कंटेनमेंट एरिया की निगरानी की जा रही है।
अलीगढ़, जेएनएन : इंटीग्रेटेड कमांड एंड कंट्रोल सेंटर (आइसीसीसी) से हॉटस्पॉट व कंटेनमेंट एरिया की निगरानी की जा रही है। वाई-फाई के जरिए स्मार्ट ड्रोन कैमरे इन इलाकों की साफ तस्वीरें आइसीसीसी में भेज रहे हैं। यहीं बैठे अफसर स्पॉट पर तैनात कर्मचारियों को दिशा-निर्देश देते हैं। हॉटस्पॉट व होम कंटेनमेंट एरिया में लॉकडाउन व शारीरिक दूरी का पालन हो रहा है या नहीं, साफ-सफाई, सैनिटाइजेशन की क्या स्थिति है? इन पर निगरानी के लिए नगर निगम ड्रोन कैमरों का सहारा ले रहा है। ये कैमरे आइसीसीसी से जुड़े हैं। कंट्रोल सेंटर में बैठे अधिकारी टीवीस्क्रीन पर मौके के हालात देख सकते हैं। ड्रोन 200 मीटर की ऊंचाई से दो किमी एरिया कवर कर सकता है। ड्रोन पायलट को भी वॉकी-टॉकी से दिशा-निर्देश दिए जा सकते हैं। जिससे आपात स्थिति में ड्रोन की लोकेशन बदली जा सके।
सात लोकेशन पर सीसीटीवी
नगर आयुक्त सत्यप्रकाश पटेल ने बताया कि ड्रोन कैमरों के साथ शहर के अन्य हिस्सों पर नजर रखने के लिए सीसीटीवी कैमरे भी लगाए गए हैं। तस्वीर महल, कठपुला, लालडिग्गी, एएमयू सर्किल, बीएसएनएल मार्ग, अब्दुल्ला मार्ग समेत सात लोकेशन पर कैमरों से नजर रखी जा रही है।
473 सफाईकर्मी : नगर स्वास्थ्य अधिकारी के नेतृत्व में सात स्वच्छता निरीक्षक, 26 सुपरवाइजर, 473 सफाई कर्मचारी इन इलाकों में लगे हैं। तीन जेटिंग मशीन, 35 हैंड स्प्रे मशीन व 10 अतिरिक्त मशीनें सैनिटाइजेशन में लगी है। गलियों को सील किया गया है। इन पर 25 अफसरों की टीम नजर रखे है।
स्वच्छता के साथ टीम की सेहत का भी ख्याल
कोरोना के खिलाफ जंग में महिलाएं भी मोर्चा संभाले हुए हैं। इन्हीं में एक हैं प्लक्षा मैनवाल, जो नगर निगम में स्वच्छता निरीक्षक हैं। 17 वार्डों में साफ-सफाई के अलावा इन पर सैनिटाइजेशन की महत्वपूर्ण जिम्मेदारी भी है। अपनी टीम की सेहत का भी ख्याल रखती हैं। बीमार कर्मचारियों का चेकअप कराना, दवाएं उपलब्ध कराना इनकी ड्यूटी का हिस्सा बन गया है। प्रतिभा कॉलोनी निवासी प्लक्षा बताती हैं कि संकट की इस घड़ी में सभी की जिम्मेदारियां बढ़ गई हैं। सुबह आठ बजे ड्यूटी के लिए निकलना होता है, फिर लौटने का कोई समय निर्धारित नहीं है। 17 वार्डों में असदपुर कयाम, धनीपुर और क्वार्सी तीन ग्रामीण क्षेत्र उनके पास हैं। सभी वार्डों में दौरा कर साफ-सफाई व सैनिटाइजेशन की व्यवस्था देखनी होती है। तीन शिफ्टों में उनकी टीम काम कर रही है। संक्रमण की सूचना पर रात में भी सैनिटाजेशन के लिए टीम के साथ मौके पर पहुंचना होता है। आखिर इन्हीं के भरोसे नगर निगम कोरोना से जंग लड़ रहा है। मनोबल बढऩे से कर्मचारियों की कार्य क्षमता बढ़ती है। फोन पर भी कर्मचारी नियमित संपर्क में रहते हैं।