बैकफुट पर अफसर : अचल के सुंदरीकरण का नक्शा सार्वजनिक करे प्रशासनAligarh News
अचल सरोवर के सुंदरीकरण का हवाला देकर बाजार से अतिक्रमण हटाने का निर्णय ले चुके अफसर व्यापारियों के विरोध के चलते बैकपुट पर आ गए।
अलीगढ़ (जेएनएन) : अचल सरोवर के सुंदरीकरण का हवाला देकर बाजार से अतिक्रमण हटाने का निर्णय ले चुके अफसर व्यापारियों के विरोध के चलते बैकपुट पर आ गए। तीन दिन की चेतावनी देकर बुधवार लौटी टीम रविवार को वापस नहीं आयी। इधर, स्थानीय व्यापारियों ने दुकानें बंद कर अनिश्चितकालीन हड़ताल शुरू कर दी। नगर निगम के खिलाफ नारेबाजी हुई। कहा, प्रशासन सुंदरीकरण का नक्शा सार्वजनिक करे, सरोवर व परिक्रमा मार्ग को संवारने के बाद बाजार में कार्रवाई हो, नाला कवर करने की योजना भी सार्वजनिक की जाए। व्यापारियों ने कहा मांगों पर सहमति बनती है तो प्रशासन का सहयोग किया जाएगा।
यह है मामला
सरोवर के सुंदरीकरण को 25 करोड़ की कार्ययोजना तैयार हुई है। इसके तहत परिक्रमा मार्ग के अलावा बाजार में भी अतिक्रमण हटाकर रोड को चौड़ा किया जाना है। 20 नवंबर को एसीएम प्रथम कुलदेव सिंह की अगुवाई में नगर निगम की टीम बाजार में नाले पर किए अतिक्रमण को हटाने पहुंची थी। व्यापारियों के विरोध के चलते प्रशासनिक अधिकारी 23 नवंबर तक स्वंय अतिक्रमण हटाने और 24 को अभियान चलाने की चेतावनी देकर चले गए। लेकिन रविवार को निर्धारित दिन टीम नहीं पहुंची।
पहले हो सुंदरीकरण
व्यापारी नेता भुवनेश आधुनिक ने कहा प्रशासन पहले सरोवर का सुंदरीकरण कराए, बाजार में कार्रवाई बाद में हो। इसमें सहयोग भी करेंगे। यहां सेंटर प्वाइंट जैसे हालात नहीं बनने दिए जाएंगे। रामअवतार सिंह ने कहा कि एसीएम द्वितीय को ज्ञापन सौंपा है। इसमें कहा है कि सुंदरीकरण का नक्शा सार्वजनिक किया जाए। अतिक्रमण एक ओर से हटाया जाए, बीच से नहीं। अतिक्रमण हटाने के बाद नाला कवर करने की नीति स्पष्ट की जाए। ऐसा न हो कि नाले पर व्यापारी जाल लगा लें और प्रशासन इसे भी हटवा दे।
निगम नहीं प्रशासन की कार्रवाई
सहायक नगर आयुक्त राजबहादुर सिंह ने बताया कि बुधवार को नगर निगम की टीम एसडीएम के बुलाने पर अचल ताल पर पहुंची थी। अतिक्रमण हटाने की योजना नगर निगम ने अभी नहीं बनाई है। इसके लिए बकायदा पैमाइश होगी, दुकानदारों से आपत्ति भी मांगी जाएगी। इसके बाद ही कार्रवाई ठोस कार्रवाई की जाएगी। व्यापारियों ने ज्ञापन दिया है, जिसे संबंधित अधिकारियों को भेजा गया है। व्यापारियों से कहा है कि वह नगर आयुक्त से वार्ता करें।