अब किसी क्षय रोगी की दवा बीच में नहीं छूटेगी, जानें पूरा मामला
डा. भास्कर के अनुसार निक्षय पोर्टल से ऐसे मरीजों की ब्योरा अपडेट करना आसान होगा। विभाग सिस्टम से ही पता लगा लेगा कि किस मरीज ने दवा खाई और किसने नहीं खाई। किसी भी मरीज को दवा शुरू करने से पहले एक बाक्स दिया जाएगा।
अलीगढ़, जागरण संवाददाता। टीबी के समूल नाश के केंद्र सरकार बेहद गंभीर है। चिंता का कारण वे मरीज हैं, जो इलाज बीच में ही छोड़ देते हैं, ऐसे मरीजों की निगरानी के लिए अब टेक्नोलाजी का सहारा लिया जाएगा। 99 डाट्स प्रणाली के अंतर्गत टीबी का मरीज चाहे निजी क्षेत्र से चाहे या सरकारी क्षेत्र से, हर डोज खाने के बाद टोल फ्री नंबर 18003137950 पर काल करेगा, जिसके बाद निश्चय पोर्टल पर उस मरीज की उस दिन दवा खाने की डिटेल नोट हो जाएगी। इससे पता चलेगा कि मरीज प्रत्येक दिन दवा खा रहा है।
99 डाटस प्रणाली
जिला क्षय रोग अधिकारी डा. अनुपम भास्कर ने बताया गया कि अभी 99 डाट्स प्रणाली के लिए शहरी क्षेत्र के दो टीबी यूनिटों का चयन हुआ है, जिनमें पंडित दीनदयाल उपाध्याय संयुक्त चिकित्सालय एवं जिला क्षय रोग केंद्र प्रमुख हैं। इस प्रणाली से टीबी के मरीजों की निगरानी टेक्नोलाजी के माध्यम से आसान रहेगी। मरीजों के दवा छोड़ने आदि की सूचना विभाग को रियल टाइम मिलेगी। मरीज की दवा तत्काल शुरू कराई जा सकेगा।
ये भी की गई तैयार
डा. भास्कर के अनुसार निक्षय पोर्टल से ऐसे मरीजों की ब्योरा अपडेट करना आसान होगा। विभाग सिस्टम से ही पता लगा लेगा कि किस मरीज ने दवा खाई और किसने नहीं खाई। किसी भी मरीज को दवा शुरू करने से पहले एक बाक्स दिया जाएगा। बाक्स के ऊपर टोल फ्री नंबर 18003137950 अंकित होगा। विभाग के एसटीएस, एसटीएलएस व टीबीएचवी मरीज के मोबाइल में सेव कर देंगे। उसी समय मरीज को बताएंगे कि प्रत्येक दिन दवा खाने के बाद इस नंबर पर फोन करना है। फोन में बैलेंस न होने पर भी काल लग जाएगी।
लक्षण दिखते ही कराएं इलाज
जिला समन्वयक सतेंद्र सिंह ने बताया कि सात दिन से अधिक की खांसी, अचानक वजन गिरना,
पसीना आना, बुखार रहना, थकावट होना, वजन घटना, सांस लेने में परेशानी, खांसी में खून आना जैसे लक्षण दिखे तो तुरंत टीबी की जांच कराएं। सभी सरकारी अस्पतालों में टीबी की निश्शुक्ल जांच उपलब्ध हैं।