अब शिक्षक देंगे एडमिशन डेस्क की रिपोर्ट Aligarh news
लॉकडाउन के बाद स्कूलों में शिक्षकों को बुलाया जा रहा है। हर स्कूल में एडमिशन डेस्क की व्यवस्था की गई है।
अलीगढ़, [जेएनएन] | कोराना माहमारी के चलते स्कूल और कॉलेज कई महीनों से बंद है। कक्षा एक से आठ तक के सरकारी स्कूल भी बंद हैं। मगर अब लॉकडाउन के बाद स्कूलों में शिक्षकों को बुलाया जा रहा है। हर स्कूल में एडमिशन डेस्क की व्यवस्था की गई है। अभी तक कोई भी शिक्षक नए नामांकन कराने में रुचि नहीं दिखा रहे हैं। इसके चलते ही यह फैसला लिया गया है कि सोमवार से हर शिक्षक को अनिवार्य रूप से विद्यार्थियों के प्रवेश कराने होंगे। स्कूल बैठकर ही पांच लोगों से संवाद कर नए एडमिशन कराने हैं। क्षेत्र के कम से कम पांच अभिभावकों से संपर्क करना अनिवार्य है। साथ ही इसकी साप्ताहिक रिपोर्ट बीएसए कार्यालय में सौंपी जाएगी।
अभिभावकों को बांट रहे किताबें
स्कूल पहुंच रहे शिक्षक अभिभावकों को स्कूल बुलाकर किताब भी बांट रहे हैं। अफसरों का कहना है कि ऐसे में शिक्षक उन अभिभावकों से स्कूल में प्रवेश पाने वाले बच्चों के बारे में पता कर सकते हैं। इसके अलावा क्षेत्र के कम से कम पांच अभिभावकों से संपर्क करना अनिवार्य है। संबंधित ग्राम की मदद लेनी पड़े तो उनकी मदद भी लें। इसके लिए शिक्षकों को अतिरिक्त प्रयास नहीं करने हैं। स्कूल बैठकर ही पांच लोगों से संवाद कर नए एडमिशन कराए जा सकते हैं। इस प्रक्रिया की साप्ताहिक रिपोर्ट हर शिक्षक को बीएसए दफ्तर में देनी होगी। जिसमें बताया जाएगा कि किसने कितने लोगों से बात की? साथ ही उनके मोबाइल नंबर भी अंकित किए जाएंगे। बीएसए डॉ. एलके पांडेय ने कहा हर शिक्षक को अनिवार्य रूप से ये काम करना होगा। साप्ताहिक रिपोर्ट में संपर्क किए लोगों के पते व नाम होंगे, जिसका निरीक्षण बीईओ करेंगे। सोमवार को ही इस संबंध में हर शिक्षक को सूचना पहुंचाई जाएगी।