अब स्पेशल टास्क फोर्स करेगी सरकारी स्कूलों का निरीक्षण Aligarh news
कक्षा एक से आठ तक के सरकारी स्कूलों में अब अफसरों की स्पेशल टास्क फोर्स निरीक्षण करने का काम करेगी। कायाकल्प योजना के तहत कराए जा रहे निर्माण कार्य से लेकर शिक्षण व्यवस्था एमडीएम समेत अन्य योजनाओं के क्रियान्वयन पर निरीक्षण टीम निगाह रखेगी।
अलीगढ़, जेएनएन : कक्षा एक से आठ तक के सरकारी स्कूलों में अब अफसरों की स्पेशल टास्क फोर्स निरीक्षण करने का काम करेगी। कायाकल्प योजना के तहत कराए जा रहे निर्माण कार्य से लेकर शिक्षण व्यवस्था, एमडीएम समेत अन्य योजनाओं के क्रियान्वयन पर निरीक्षण टीम निगाह रखेगी। इसके साथ ही शौचलय मरम्मत व बिजली-पानी की व्यवस्था पर भी नजर रखी जाएगी। इस निरीक्षण की रिपोर्ट शासन को भेजने के निर्देश भी हैं। मगर इस निरीक्षण कार्य की रिपोर्ट शासन को नहीं पहुंचाई जा रही है, जिस पर शासन ने नाराजगी भी जताई है।
20 से 40 स्कूलों का करना है निरीक्षण
इस व्यवस्था के तहत सरकारी स्कूलों में तैनात अकादमिक रिसोर्स पर्सन यानी एआरपी व खंड शिक्षाधिकारियों को 20 से 40 स्कूलों का निरीक्षण करना है। ये निरीक्षण ब्लॉकवार स्कूलों का किया जाएगा। एआरपी को निरीक्षण कार्य के लिए आने-जाने में लगने वाले खर्च का भुगतान भी किया जाएगा। मानव संपदा पोर्टल पर इसकी आख्या भी अपलोड की जानी है। हालांकि निरीक्षण की ये व्यवस्था पहले ही की गई थी। मगर शासन की ओर से निरीक्षण की रिपोेर्ट भेजने में शिथिलता बरतने पर नाराजगी जताने के बाद अफसरों ने स्पेशल टास्क फोर्स गठित करने का काम शुरू कर दिया है। शासन की ओर से भेजी गई रिपोर्ट में अभी तक मात्र 37 फीसद निरीक्षण ही किया जा सका है। इसको बढ़ाकर शत-प्रतिशत करना है। कोरोना काल में जब तक पढ़ाई नहीं कराई जा रही तब तक विद्यालयों के विकास कार्यों का निरीक्षण कर उसकी आख्या शासन को दी जाएगी। बीएसए डॉ. लक्ष्मीकांत पांडेय ने बताया कि, विद्यालयों का निरीक्षण लगातार जारी है। एआरपी व खंड शिक्षाधिकारियों की ओर से निरीक्षण किया जा रहा है। कुछ ब्लॉक की रिपोर्ट अगर मानव संपदा पोर्टल पर अपलोड नहीं की जा सकी है तो उसको भी तत्काल अपलोड कराया जाएगा। हर एआरपी व खंड शिक्षाधिकारी को निर्देशित किया गया है कि वो अपने-अपने क्षेत्र के स्कूलों में विधिवत निरीक्षण कार्य कर, रिपोर्ट पेश करें।