अब पौधे भी देंगे भाईचारा व सौहार्द का संदेश, जानिए पूरा मामला Aligarh news
पौधे फल-फूल छाया और आक्सीजन देते हैं यह बात सभी जानते हैं लेकिन अब पौधों भाईचारा व सौहार्द का संदेश भी फैलेगा। दरअसल इस बार जनपद में वार्षिक पौधारोपण के दौरान यमुना के खादर क्षेत्र में हरियाणा और यूपी के अधिकारी संयुक्त रूप से पौधारोपण कराएंगे।
अलीगढ़, जेएनएन। पौधे फल-फूल, छाया और आक्सीजन देते हैं, यह बात सभी जानते हैं, लेकिन अब पौधों भाईचारा व सौहार्द का संदेश भी फैलेगा। दरअसल, इस बार जनपद में वार्षिक पौधारोपण के दौरान यमुना के खादर क्षेत्र में हरियाणा और यूपी के अधिकारी संयुक्त रूप से पौधारोपण कराएंगे। दरअसल, यहां भूमि विवाद के चलते दोनों राज्यों के किसानों में अक्सर टकराव की स्थिति बनी रहती है। कई बार नौबत खूनी संघर्ष की आ जाती है। लिहाजा, दोनों ओर के अधिकारियों ने मिलकर भाईचारा पौधारोपण कराने की योजना बनाई है।
ये है विवाद
यमुना की धारा का रुख बदलने से दशकों पहले यूपी की कुछ जमीन हरियाणा में और वहा की इधर आ गई थी। हरियाणा के किसान यूपी में आई अपनी फसल तो काट ले जाते हैं, लेकिन यूपी के किसानों को नहीं काटने देते। इसमें कई बार खूनी टकराव हो चुका है। केंद्र सरकार के हस्तक्षेप से टप्पल के किसानों की 2188 एकड़ भूमि हरियाणा में गई है, जबकि वहा की 1286 एकड़ अलीगढ़ सीमा में आई है। फिर भी दोनों ओर से भूमि के स्वामित्व को लेकर विवाद रहता है। दोनों तरफ के सैकड़ों किसान इससे प्रभावित हैं। ऐसे में शासन-प्रशासन दोनों पक्षों में सौहार्द स्थापित कर क्षेत्र में शांति बनाए रखना चाहता है। भाईचारा पौधारोपण का उद्देश्य यही है।
छह हेक्टेअर में बनेगा भाईचारा पौधारोपण स्थल
अलीगढ़ जनपद से लगी हुई हरियाणा के पलवल जनपद की सीमा पर खैर तहसील के अंतर्गत उटवारा चारागाह की छह हेक्टेअर सीमा में हरियाणा व उत्तर प्रदेश वन विभाग की भाईचारा पौधारोपण स्थल की स्थापना की गई है। वार्षिक पौधारोपण के दौरान दोनों ओर के कर्मचारी, अधिकारी व किसान मिलकर पौधे लगाएंगे। ऐसा ही स्थल पलवल क्षेत्र में भी स्थापित करने की तैयारी है।
इनका कहना है
भाईचारा पौधारोपण स्थल बनने से दोनों ही क्षेत्रों में शांति और सौहार्द का संदेश जाएगा। दोनों ओर से सहमति बन गई है। वार्षिक पौधारोपण के दौराना ज्यादा से ज्यादा पौधे यहां लगाए जाएंगे।
- दिवाकर कुमार वशिष्ठ, डीएफओ।