Basic Education Aligarh: अब फिजियोथेरेपिस्ट भी पहुंचेंगे गंभीर दिव्यांग विद्यार्थियों के घर, देंगे प्रशिक्षण, होंगे फायदे
बेसिक शिक्षा विभाग की ओर से समग्र शिक्षा अभियान के तहत गंभीर दिव्यांग विद्यार्थियों के लिए विशेष व्यवस्था की जा रही है। अब हर ब्लाक से ऐसे विद्यार्थियों को चिह्नित किया जाएगा। फिर फिजियोथेरेपिस्ट व स्पेशल एजुकेटर दिव्यांग विद्यार्थियों को शिक्षण प्रशिक्षण प्रदान करेंगे।
अलीगढ़, जागरण संवाददाता। बेसिक शिक्षा विभाग की ओर से समग्र शिक्षा अभियान के तहत गंभीर दिव्यांग विद्यार्थियों के लिए विशेष व्यवस्था की जा रही है। अब हर ब्लाक से ऐसे विद्यार्थियों को चिह्नित किया जाएगा। फिर फिजियोथेरेपिस्ट व स्पेशल एजुकेटर दिव्यांग विद्यार्थियों को शिक्षण प्रशिक्षण प्रदान करेंगे। दरअसल ये ऐसे विद्यार्थी होंगे जो दिव्यांगता के कारण स्कूल आने-जाने में अक्षम होंगेे। इनकी पढ़ाई जारी रखने व इनको शिक्षा की मुख्य धारा से जोड़े रखने के लिए ये कवायद की जा रही है। दिव्यांग छात्र-छात्राओं को होम बेस्ड एजुकेशन के लिए टीचिंग लर्निंग मैटीरियल भी वितरण किया जाएगा।
यह है योजना
इस प्रक्रिया की शुरुआत भी शनिवार से कर दी गई है। समेकित शिक्षा के अंतर्गत 120 अति गंभीर (बहु दिव्यांग) छात्रों के लिए होममेड एजुकेशन के लिए टीचिंग लर्निंग मैटेरियल वितरण कैंप का आयोजन बीएसए कार्यालय पर किया गया। अब स्पेशल एजुकेटर्स व फिजियोथेरेपिस्ट की सेवाएं मिलना बाकी हैं। बीईओ धनीपुर आलोक कुमार, ऋषि सिंह, अखिलेश कुमार मिश्र, ज्ञानेंद्र कुमार गौतम ने टीचिंग लर्निंग मैटीरियल अभिभावकों की मौजूदगी में बच्चों को बांटा। अभिभावकों को प्रेरित किया कि वे अपने बच्चों को स्कूल भेजें और उनके क्षेत्र में अगर कोई अति दिव्यांग बच्चा हो तो उसकी जानकारी दें उसको भी शिक्षण सामग्री उपलब्ध कराई जाएगी। बीईओ धनीपुर ने कहा कि प्रत्येक बच्चे को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा प्राप्त करने का अधिकार है। दिव्यांगजन बच्चों को सहानुभूति नहीं उनका अधिकार मिलना चाहिए। अभिभावकों से अपील की कि वे सभी अपने बच्चों को स्कूलों में नामांकन कराएं और अन्य खंड शिक्षा अधिकारी इनकी शिक्षा पर विशेष ध्यान दें। बहुत दिव्यांग बच्चे आउट आफ स्कूल हैं, जो बहु दिव्यांग व गंभीर दिव्यांगता के कारण विद्यालय आने में असमर्थ हैं। उनके लिए होम बेस्ड स्कूलिंग की व्यवस्था बेसिक शिक्षा विभाग के अंतर्गत समेकित शिक्षा द्वारा की गई है। इस कार्यक्रम के अंतर्गत जनपद में कार्यरत स्पेशल एजुकेटर एवं फिजियोथेरेपी के जरिए गंभीर रूप से बहु दिव्यांग बच्चों के गृह भ्रमण करते हुए शिक्षण प्रशिक्षण प्रदान किया जाएगा।
बीएसए सतेंद्र कुमार ढाका ने कहा कि हर ब्लाक में स्पेशल एजुकेटर्स व फिजियोथेरेपिस्ट की टीम के जरिए दिव्यांग विद्यार्थियों खासतौर से उनको जो विद्यालय आने में अक्षम हैं, को होम बेस्ड टीचिंग लर्निंग मैटीरियल उपलब्ध कराया जाएगा। साथ ही फिजियोथेरेपिस्ट उनको शिक्षण प्रशिक्षण भी देंगे। इसके लिए सभी खंड शिक्षाधिकारियों को भी निर्देश दिया गया है कि वे अपने ब्लाक के ज्यादा से ज्यादा ऐसे बच्चों को लाभान्वित कराएं।