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अब माध्यमिक में भी शिक्षक देंगे एडमिशन डेस्क की रिपोर्ट Aligarh news

कक्षा एक से आठ तक के सरकारी स्कूल कोरोना काल के चलते बंद थे। मगर जब लाकडाउन खुला तो सबसे पहले शिक्षकों को स्कूल बुलाया गया। हर स्कूल में एडमिशन डेस्क की व्यवस्था भी की गई। लेकिन कोई भी शिक्षक नए नामांकन कराने में रुचि नहीं दिखा रहे थे।

By Anil KushwahaEdited By: Published: Sun, 31 Oct 2021 06:13 AM (IST)Updated: Sun, 31 Oct 2021 06:15 AM (IST)
अब माध्यमिक में भी शिक्षक देंगे एडमिशन डेस्क की रिपोर्ट Aligarh news
माध्यमिक विद्यालयों में भी एडमिशन डेस्क की रिपोर्ट शिक्षकों व प्रधानाचार्यों को देनी होगी।

अलीगढ़, जागरण संवाददाता। कक्षा एक से आठ तक के सरकारी स्कूल कोरोना काल के चलते बंद थे। मगर जब लाकडाउन खुला तो सबसे पहले शिक्षकों को स्कूल बुलाया गया। हर स्कूल में एडमिशन डेस्क की व्यवस्था भी की गई। लेकिन कोई भी शिक्षक नए नामांकन कराने में रुचि नहीं दिखा रहे थे। इस पर हर शिक्षक को अनिवार्य रूप से विद्यार्थियों के प्रवेश कराने की अनिवार्यता कर दी गई। इसकी साप्ताहिक रिपोर्ट बीएसए कार्यालय में सौंपने के निर्देश भी दे दिए गए। अब इसी तरह बेसिक की तर्ज पर माध्यमिक विद्यालयों में भी एडमिशन डेस्क की रिपोर्ट शिक्षकों व प्रधानाचार्यों को देनी होगी।

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प्रवेश संबंधी प्रक्रिया जारी

कक्षा नौंवी से 12वीं तक के विद्यार्थियों के प्रवेश संबंधी प्रक्रिया की जा रही है। हर प्रधानाचार्य को निर्देश हैं कि उनके संस्थान में कोई पात्र छात्र नामांकन से छूट न जाए। माध्यमिक विद्यालयों में कक्षा 9 व 11वीं में प्रवेश पाने वाले छात्र-छात्राओं की पूरी डिटेल प्रधानाचार्य को विद्यालय में सुरक्षित रखनी है। इसके अलावा 10वीं व 12वीं में जिले के बाहर से प्रवेश लेने वाले छात्र-छात्राओं के सभी दस्तावेज सुरक्षित रखने हैं। इन दस्तावेजों को यूपी बोर्ड भी भेजा जाएगा। इसके साथ ही हर एक बाहरी छात्र के प्रवेश से पहले अफसरों से अनुमति लेना भी अनिवार्य किया गया है। अफसरों का कहना है कि ऐसे में शिक्षक उन अभिभावकों से भी बात कर सकते हैं, जिनके बच्चे प्रवेश पाना चाह रहे हैं। इसके अलावा क्षेत्र के कम से कम पांच अभिभावकों से संपर्क करना अनिवार्य है। संबंधित क्षेत्र की मदद लेनी पड़े तो उनकी मदद भी लें। इसके लिए शिक्षकों को अतिरिक्त प्रयास नहीं करने हैं। कालेज में बैठकर ही पांच लोगों से संवाद कर नए एडमिशन कराए जा सकते हैं। इस प्रक्रिया की साप्ताहिक रिपोर्ट हर शिक्षक को डीआइओएस दफ्तर में देनी होगी। जिसमें बताया जाएगा कि किसने कितने लोगों से बात की? उनके मोबाइल नंबर भी अंकित किए जाएंगे। साप्ताहिक रिपोर्ट में संपर्क किए लोगों के पते व नाम होंगे, जिसकी पड़ताल भी की जाएगी। इस संबंध में हर शिक्षक व प्रधानाचार्य को सूचना पहुंचाई जाएगी।

इनका कहना है

डीआइओएस डा. धर्मेंद्र कुमार शर्मा ने कहा कि सभी प्रधानाचार्यों को निर्देश दिए गए हैं कि नौवीं व 11वीं के विद्यार्थियों के आवेदन बोर्ड की साइट पर समय से अपलोड कर दिए जाएं। साथ ही हर बाहरी छात्र के प्रवेश पर उसके सभी जरूरी दस्तावेज कालेज में सुरक्षित रखे जाएं।


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