Move to Jagran APP

अलीगढ़-आगरा हाईवे पर पांच साल में भी नहीं हुआ उजाला, जानें क्‍या रही वजह

उत्‍तर प्रदेश के जनपद अलीगढ़ में पांच साल तक भाजपा की योगी आदित्‍यनाथ की सरकार रही। लेकिन सासनीगेट चौराहे से अलीगढ़-आगरा हाईवे पर रोशनी का इंतजाम नहीं हो सका। हाईवे सासनी गेट चौराहे से शुरू हो जाता है। जो चौराहे से नगर निगम की सीमा तक है।

By Sandeep Kumar SaxenaEdited By: Published: Sat, 29 Jan 2022 03:52 PM (IST)Updated: Sat, 29 Jan 2022 03:52 PM (IST)
अलीगढ़-आगरा हाईवे पर पांच साल में भी नहीं हुआ उजाला, जानें क्‍या रही वजह
एनएचएआइ द्वारा इस पर सहमति जताई जा चुकी है। बावजूद इसके स्ट्रीट लाइट न लग सकीं।

अलीगढ़, जागरण संवाददाता। शहर से होकर गुजर रहे अलीगढ़-आगरा हाईवे पर भाजपा की योगी सरकार में उजाले की उम्मीद पांच साल तक बनी रही। 2017 में जब नई सरकार बनी, तब नगर निगम ने हाईवे पर स्ट्रीट लाइट लगाने की उम्मीद जगाकर टेंडर निकाला था, लेकिन एक भी स्ट्रीट लाइट नहीं लग सकी। अब नया टेंडर निकाला जाएगा। इसमें भी कुछ समय लगेगा। स्ट्रीट लाइट का काम नई सरकार के गठन के बाद ही शुरू हो सकेगा। नगर निगम के लापरवाह रवैये का परिणाम है कि पूर्व में टेंडर निकालने के बाद भी हाईवे को रोशन न कर सका। पिछले साल पोल लगाए गए थे, लेकिन इन पर एलईडी लाइट नहीं लग सकीं। दो पोल तो वाहनों की टक्कर से गिर चुके हैं, जिन्हें पुन: खड़ा नहीं किया गया।

loksabha election banner

सासनी गेट चौराहे से शुरू हो रहा हाईवे

सासनीगेट चौराहे से अलीगढ़-आगरा हाईवे शुरू हो जाता है। चौराहे से सराय हरनारायण तक नगर निगम की सीमा है। हाईवे पर इसी हिस्से में स्ट्रीट लाइट लगाई जानी हैं। एनएचएआइ द्वारा इस पर सहमति जताई जा चुकी है। बावजूद इसके स्ट्रीट लाइट न लग सकीं। वर्ष 2017 में इसके लिए नगर निगम ने 1.20 करोड़ का टेंडर निकाला था। इसमें डिवाइडर पर पोल लगाने के अलावा एलईडी लाइट की खरीद भी शामिल थी। फिर इस टेंडर को रद कर दिया गया। टेंडर से पाेल हटाकर सिर्फ एलईडी का ठेका ईईएसएल कंपनी को दे दिया गया। इस कंपनी से नगर निगम का करार पहले से था। शहरभर में ईईएसएल द्वारा स्ट्रीट लाइट लगवाई गई हैं। लेकिन, बकाया भुगतान न होने पर कंपनी ने एलईडी की आपूर्ति रोक दी। हाईवे का ठेका लेने से भी इन्कार कर दिया। ऐसी स्थिति में पाेल लगाने के लिए 48 लाख रुपये का टेंडर एक फर्म काे दे दिया गया। पिछले साल हाईव पर 100 पोल लगाए गए, लेकिन इन पर एलईडी न लग सकी।

पार्षदों ने किया था हंगामा

एलईडी लगाने के लिए करीब 60 लाख रुपये का टेंडर निकाला गया था। तब पार्षदों ने बजट अधिक बताकर आपत्ति जता दी। बोर्ड बैठक में खूब हंगामा हुआ। पार्षदों के विरोध में टेंडर रद करना पड़ा। पुन: ईईएसएल कंपनी से एलईडी लगाने को कहा गया। लेकिन, कंपनी ने सहमति नहीं जताई। तब नया टेंडर निकालने की प्रक्रिया शुरू हुई। लेकिन, आचार संहिता के चलते प्रक्रिया आगे नहीं बढ़ सकी। अब आचार संहिता हटने पर ही एलईडी लग सकेंगी। तब तक नई सरकार का गठन भी हो जाएगा।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.