हाथरस में नई पहल, गुरुजी की टोली दे रही बच्चों को ज्ञान
कोरोना काल में जहां बच्चों के स्कूलों को लेकर संशय बना हुआ है वहीं कुछ शिक्षकों ने शानदार पहल की की है। बेसिक स्कूलों में पढऩे वाले नौनिहालों के भविष्य को देखते हुए शिक्षकों की टोली कोरोना काल में बच्चों को ज्ञान देने में लगी है।
हाथरस, जेएनएन। कोरोना काल में जहां बच्चों के स्कूलों को लेकर संशय बना हुआ है, वहीं कुछ शिक्षकों ने शानदार पहल की की है। बेसिक स्कूलों में पढऩे वाले नौनिहालों के भविष्य को देखते हुए शिक्षकों की टोली कोरोना काल में बच्चों को ज्ञान देने में लगी है। शिक्षकों का यह दल गांव जाकर बच्चों को ई-पाठशाला व नुक्कड़ कक्षा के माध्यम से शिक्षित कर रहा है।
ई-पाठशाला टीम का कार्य
संकुल बेरगांव के शिक्षक हेमन्त कटारा व अंजली धाकरे, रुकम पाल ,ललित शर्मा की टीम ने यह पहल शुरू की है। संकुल के बेहतरीन अध्यापकों की एक ई-पाठशाला टीम तैयार की गई है। विभिन्न विद्यालयों से 18 एक्सपर्ट शिक्षकों की एक टीम बनाई गई है। यह टीम प्रति सप्ताह विभाग के द्वारा भेजे जाने वाले ई-पाठशाला कार्य के आधार पर प्रत्येक कक्षा और प्रत्येक विषय के अनुसार वर्कशीट््स तैयार करती है। जिसे पूरे संकुल के विद्यालयों के बच्चों के नंबर पर वाट््सएप द्वारा भेजा जाता है। बच्चे उक्त कार्य को घर पर करते हैं और नुक्कड़ कक्षा में क्रम के अनुसार पहुंचकर उस कार्य को चेक भी कराते हैं। टीम में मनीष दीक्षित, दीक्षा शर्मा, कृष्णाकांत पचौरी, जितेंद्र ङ्क्षसह, कँचन कुमारी, चंद्र शेखर, देवकीनंदन, निशा वाष्र्णेय, लवली ङ्क्षसह, रश्मि ङ्क्षसह, शशि शर्मा, कल्पना अग्निहोत्री, धर्मेंद्र उपाध्याय, दीप्ति बरनवाल, आशा चौधरी, किरण वाष्र्णेय, सरिता रानी और विनय भारद्वाज शामिल हैं।
नुक्कड़ कक्षा का उद्देश्य
कोविड 19 महामारी के समय में शिक्षकों की टीम को महसूस हुआ कि जो बच्चा इस वर्ष कक्षा 5 में अध्ययनरत है और उसे आगामी कुछ माह बाद नवोदय विद्यालय, विद्याज्ञान परीक्षा, अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी जैसे विद्यालयों में प्रवेश हेतु प्रवेश परीक्षा से गुजरना है। सरकारी विद्यालयों में अध्ययनरत कई बच्चों के पास ट््यूशन के लिए धन नहीं है, तो वहीं स्कूल भी बंद हैं। स्कूल को उनके दरवाजे तक ले जाने की सोच से शिक्षकों की टोली ने नुक्कड़ सभा को शुरू किया है। बीएसए मनोज कुमार मिश्रा संकुल बेरगांव से जुड़े स्कूलों के शिक्षकों के द्वारा अच्छा कार्य किया गया है। ऐसे शिक्षकों को विभाग द्वारा सम्मानित किया जाएगा। अन्य शिक्षकों को भी प्रेरणा अपने साथियों से लेनी चाहिए।