सात नलकूपों पर 2.24 करोड़ रुपये खर्च करेगा नगर निगम Aligarh News
जल स्तर नीचे जाने से सूख चुके सात नलकूप जल्द ही पानी देने लगेंगे। नगर निगम ने वाटर वक्र्स में लगे इन नलकूपों को रिबोर कराने का ठेका लखनऊ सीएनडीएस को दिया है। एक नलकूप के रिबोर की लागत करीब 32 लाख रुपये बताई जा रही है।
अलीगढ़, जेएनएन। जल स्तर नीचे जाने से सूख चुके सात नलकूप जल्द ही पानी देने लगेंगे। नगर निगम ने वाटर वक्र्स में लगे इन नलकूपों को रिबोर कराने का ठेका लखनऊ सीएनडीएस को दिया है। एक नलकूप के रिबोर की लागत करीब 32 लाख रुपये बताई जा रही है। इस हिसाब से सात नलकूपों की लागत 2.24 करोड़ रुपये बैठती है। वहीं, कम लागत पर नलकूपों के रिबोर के लिए नाेएडा सीएनडीएस ने भी प्रस्ताव दिया था। एक नलकूप पर 28 लाख रुपये का खर्चा बताया गया। दोनों एजेंसियों के रेट देखें तो चार लाख रुपये प्रति नलकूप का अंतर है। सवाल ये है कि जब रेट में इतना अंतर है ताे ठेका लखनऊ सीएनडीएस को क्यों दिया गया। नगर निगम अधिकारियों का कहना है कि नोएडा सीएनडीएस का प्रस्ताव उन्हें बाद में मिला था, तब तक लखनऊ सीएनडीएस को ठेका दे चुके थे।
31 नलकूप क्रियाशील
शहर में जलापूर्ति के लिए 131 नलकूप क्रियाशील हैं। इन्हीं के जरिए घरों में पेयजल की आपूर्ति हो रही है। उदयसिंह जैन रोड स्थित वाटर वक्र्स में लगे सात नलकूप जल स्तर नीचे गिरने से पानी छोड़ चुके हैं। इन्हें रिबोर कराने के लिए नगर निगम ने ठेका दिया था। बताते हैं कि नोएडा सीएनडीएस ने प्रति नलकूप करीब 28 लाख रुपये में रिबोर करने का प्रस्ताव दिया था। यानी, सात नलकूपों पर 1.96 करोड़ का खर्चा बताया गया। सीएनडीएस के प्रतिनिध जीएम जल के अलावा नगर अायुक्त से भी मिले। लेकिन बात नहीं बनी। ठेका लखनऊ सीएनडीएस को दे दिया गया, जिसकी प्रति नलकूप रिबोर करने की लागत करीब 32 लाख रुपये बताई जा रही है। सात नलकूपों की लागत देखें तो 2.24 करोड़ बैठती है। सात नलकूपों के रिबोर पर दोनों एजेंसियों के रेट में 28 लाख रुपये का अंतर है। अंदरखाने इसको लेकर चर्चाएं गर्म होने लगी हैं। बताया ये भी जा रहा है कि लखनऊ सीएनडीएस के रेट प्रति नलकूप 32 लाख से भी अधिक हैं।
जानकारी फिलहाल मुझे नहीं
अधिकारी कुछ स्पष्ट नहीं बता रहे। हालांकि, नगर आयुक्त प्रेम रंजन सिंह का कहना है कि नोएडा सीएनडीएस के प्रतिनिधि हमसे मिले थे। प्रस्ताव भी दिया। लेकिन तब तक लखनऊ सीएनडीएस को ठेका दिया जा चुका था। उसने काम भी शुरू कर दिया है। कहा, लखनऊ सीएनडीएस ने कितना खर्चा बताया है, इसकी जानकारी फिलहाल मुझे नहीं है।